नई दिल्ली: संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में चल रहे प्रदर्शन स्थल पर हथियार लेकर जाने वाले शख्स ने केस दर्ज होने के बाद बुधवार को सफाई पेश की है. कथित तौर पर पिस्टल लहराने वाले लुकमान चौधरी (Luqmaan Chaudhary) ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह शाहीन बाग केवल आंदोलनकारियों से सड़क खोलने के लिए कहने गए थे.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए लुकमान चौधरी ने कहा “मैं 30 साल से शाहीन बाग में रह रहा हूं. मैं प्रदर्शनकारियों से सड़क खोलने की बात करने के लिए गया था. मैं हमेशा अपनी पिस्टल साथ ही रखता हूं, किसी ने देखा और उसे बाहर निकाल लिया. मुझे नहीं पता कि वो कौन था.” दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: बीजेपी शाहीन बाग को संजीवनी बनाने में जुटी
आरोप है कि लुकमान चौधरी पिस्टल लेकर मंगलवार को शाहीन बाग गए और आंदोलनकारियों को धमकी दी. इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि लुकमान के किसी राजनीतिक पार्टी से संबंध होने की पुष्टी नहीं हो सकी है.
Luqmaan Chaudhary, owner of the gun that was brandished at Shaheen Bagh yesterday: I have been living in Shaheen Bagh for 30 years, I went there to speak to protestors to open the road. I always carry my gun with me, someone saw it & took it out, I don't know who it was. pic.twitter.com/bFH1FZu1zC
— ANI (@ANI) January 29, 2020
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एक व्यक्ति दोपहर तीन बजे मंच पर चढ़ गया और लोगों को आंदोलन खत्म करने की धमकी देने लगा. गलीमत रही कि अन्य प्रदर्शनकारियों ने जल्द ही उस पर काबू पा लिया और उसे प्रदर्शन स्थल से दूर ले गए. बाद में पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू की.
सीएए के खिलाफ अनिश्चित काल के लिए दिल्ली के पार्क सर्कस मैदान में धरने पर बैठी 60 मुस्लिम महिलाओं ने बुधवार को 23 वें दिन भी अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा. इस मैदान को ‘कोलकाता का शाहीन बाग’ कहा जा रहा है. इनमें गृहणियों से लेकर पेशेवर महिलाएं तक शामिल हैं. इस प्रदर्शन में हर रोज हजारों की तादाद में समर्थकों का भी जमावड़ा लग रहा है.