नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर असम में इसका जबरदस्त विरोध देखने को मिला रहा है. हिंसक प्रोटेस्ट के बाद भी शहर में सीएए को लेकर लोगों का विरोध जारी है. इसी कड़ी में आज असम पुलिस (Assam Police) ने सोशल मीडिया पर 246 भड़काऊ पोस्ट कानून के विरोध में पाए हैं. जबकि राज्य भर में कुल 36 मामले दर्ज किए गए हैं और 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं अन्य लोगों को परामर्श दिया गया है कि सोशल मीडिया से अपने भड़काऊ सामग्री को हटा लें.
बता दें कि सूबे में आज पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर समाज में घृणा फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि असम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नागपुर मुख्यालय से न चलाया जाए, बल्कि यहां के लोग चलाएं. राहुल ने यहां पार्टी की ओर से आयोजित 'संविधान बचाओ-भारत बचाओ' रैली को संबोधित करते हुए सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर गोलीबारी करने के लिए केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकारों को आड़े हाथ लिया, और कहा कि असम समझौते की भावना को हल्का नहीं किया जाना चाहिए.
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सीएए के आने से राज्य में हुई हिंसा के बाद यहां पहली बार आने पर उन्होंने कहा, "बीजेपी जहां जाती है वहां नफरत फैलाती है. बीजेपी लोगों की आवाज नहीं सुनना चाहती." बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "उन्हें असम के इतिहास, संस्कृति और भाषा पर हमला करने की इजाजत नहीं दी जाएगी."
Assam Police: Following the #CAAProtests, 246 social media posts were found to be in conflict with the law. While a total of 36 cases have been registered across the state & 16 people arrested, all others were counselled, leading to deletion of the inflammatory content.
— ANI (@ANI) December 28, 2019
राहुल गांधी ने चेतावनी देते हुए कहा, "अगर किसी भी शासक को यह लगता है कि वह पूर्वोत्तर (भारत) की भाषा, इतिहास और संस्कृति को केवल दो मिनट में 'नियंत्रित और समाप्त' कर सकता है, तो मैं कहूंगा कि उन्हें आपके बारे में कोई जानकारी नहीं है, उन्हें पूर्वोत्तर के बारे में कुछ पता नहीं है." उन्होंने असम और देश के अन्य हिस्सों में प्रदर्शनकारी युवाओं पर की गई कार्रवाई को लेकर भी बीजेपी की तीखी आलोचना की.