राज ठाकरे के अयोध्या दौरे के विरोध में संसद ब्रजभूषण ने निकाली रैली, बोले- 'अयोध्या में घुसने नहीं देंगे'

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (Maharashtra Navnirman Sena) के अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thakrey) का 5 जून को अयोध्या दौरे का विरोध तेज हो गया है. कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने विरोध को लेकर रणनीति तैयार की. इस दौरान कहा कि राज ठाकरे (Raj Thakrey) को अयोध्या की सीमा में घुसने नहीं देंगे...

राज ठाकरे (Photo Credits: PTI)

गोंडा, 10 मई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (Maharashtra Navnirman Sena) के अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thakrey) का 5 जून को अयोध्या दौरे का विरोध तेज हो गया है. कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने विरोध को लेकर रणनीति तैयार की. इस दौरान कहा कि राज ठाकरे (Raj Thakrey) को अयोध्या की सीमा में घुसने नहीं देंगे. यह भी पढ़ें: Loudspeaker Row: लाउडस्पीकर विवाद पर राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के सीएम को चेताया, कहा- 'हमारे धैर्य की परीक्षा न लें'

उन्होंने बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ रोड शो निकाला और कहा कि ब्रजभूषण सिंह ने ठाकरे के विरोध को भाजपा से इतर अपना निजी मामला बताते हुए ऐलान किया, मैं स्पष्ट कर दूं, मेरे इस विरोध का मेरी पार्टी से कोई लेना देना नहीं है, मैं पहले राम का वंशज हूं, फिर उत्तर भारतीय और सबसे बाद में भारतीय जनता पार्टी का सांसद.

कहा, 2007 में राज ठाकरे व उनके समर्थकों ने उत्तर भारतीयों का जो अपमान किया था, उसे न तो भूला जा सकता है और न ही माफ किया जा सकता है. अयोध्या तो क्या, उत्तर भारतीय उन्हें एयरपोर्ट से बाहर निकलने नहीं देंगे. सांसद ने कहा कि मैंने भगवान राम की सौगंध खाकर यह संकल्प लिया है कि जबतक वह माफी नहीं मांगते हैं तब तक उन्हें अयोध्या में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा. मैं आखिरी सांस तक दृढ़ संकल्प हूं, पीछे नहीं हटूंगा. यदि बिना माफी मांगें अयोध्या में प्रवेश करने का प्रयास किया तो उन्हें लाखों लोगों की लाश के ऊपर से गुजरना होगा.

उन्होंने ऐलान किया कि अब उत्तर भारतीयों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पत्रकारों से बातचीत में भाजपा सांसद ने कहा, राज ठाकरे दबंग नहीं हैं, वह चूहा हैं, चूहा. सांसद ने दावा किया कि उन्हें मराठों का समर्थन प्राप्त है और वह छत्रपति शिवाजी महराज को अपना आदर्श मानते हैं.

सांसद ने एक सप्ताह पूर्व मनसे प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ मोर्चा खोला था. उन्होंने कर्नलगंज, तरबगंज, नवाबगंज व बस्ती में बैठक कर समर्थन जुटाया. कर्नलगंज में सांसद ने राज ठाकरे की तुलना कालनेमि राक्षस से की थी. नवाबगंज में रावण की तरह पाप करने का आरोप लगाया था. सांसद ने कहा कि ये फैसला पार्टी का नहीं बल्कि, मेरा व्यक्तिगत है. उन्होंने कहा कि मैं छह बार सांसद रहा हूं, एक बार पत्नी सांसद रही और बेटा दूसरी बार विधायक है, मुझे मंत्री पद की चाहत नहीं है. यदि किसी को मेरी हैसियत देखनी हो तो गोंडा आएं.

ब्रजभूषण ने कहा कि मराठा आएं, तो वह उनके स्वागत में अपनी जान तक दे देंगे, लेकिन उनका विरोध केवल एक व्यक्ति (राज ठाकरे) से है, सम्पूर्ण मराठा समुदाय से नहीं. इसके पहले बैठक को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि वह मोदी के 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' तथा 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' के अनुयायी हैं. उन्होंने कहा कि वह राज ठाकरे से पूछना चाहता हैं कि महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों का उत्पीड़न क्यों है? उन्होंने दावा किया कि राज ठाकरे यदि उत्तर भारतीयों से माफी नहीं मांगेंगे तो आज की बात तो छोड़िए, अपने पूरे जीवन काल में कभी भी यदि राज ठाकरे यूपी, बिहार और झारखंड की धरती पर उतरना चाहेंगे तो उत्तर भारतीय उनका पुरजोर विरोध करेगा.

Share Now

\