लखनऊ: अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद उनकी अस्थियों को पूरे देश में प्रवाहित किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के बस्ती जिला के कुआनो गंगा नदी में शनिवार को अटल जी की अस्थी विसर्जीत की जा रही थी. उस समय एक बड़ा हादसा होते- होते तब टल गया. जब बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता और मंत्री नाव में सवार होकर उनकी अस्थि को विसर्जित करने कि लिए नाव में सवार हुए थे. इसी बीच नाव ओवरलोड होने से अचनाक से नदी में पलट गई. नाव में सवार लोगों के लिए अच्छी खबर रही कि वहां पर मौजूद लोगों ने सभी को आनन-फानन में पानी से बाहर निकाल लिया.
खबरों के मुताबिक नाव में सांसद हरीश द्विवेदी, पूर्व बीजेपी प्रमुख रामपति राम त्रिपाठी ,प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री सुरेश पासी, विधायक राम चौधरी आदि नेताओं के साथ -साथ बस्ती जिले के एसपी दिलीप कुमार भी नाव में सवार थे.
नाव पलटने को लेकर बस्ती जिले के जिला मजिस्ट्रेट राज शेखर ने बताया कि नाव में जरुरत से ज्यादा लोग सवार हो गए थे. इसलिए नाव ओवरलोड होने के चलते अचानक से पलट गई. लेकिन समय रहते सभी लोगों को पानी से बाहर निकाल लिया गया.
गौरतल हो कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का 16 अगस्त को लंबे बीमारी के चले 93 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया था. इनके अंतिम संस्कार के बाद पार्टी ने फैसला किया था कि अटल जी की अस्थियों को देश के 100 नदियों में विसर्जित की जाएगी.












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