मुंबई, 29 अक्टूबर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता किरीट सोमैया ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. इसमें किताब ‘डायरी ऑफ होम मिनिस्टर’ का जिक्र है.
दरअसल, अनिल देशमुख ने ‘डायरी ऑफ होम मिनिस्टर’ लिखी है. जिसमें दावा किया गया है कि साजिश के तहत उन्हें झूठे मामले में फंसाकर सलाखों के पीछे भेजा गया, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है. उनकी इसी पुस्तक को लेकर अब भाजपा नेता किरीट सोमैया ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा कि यह पुस्तक चुनाव आचार संहिता और उनके जमानत की शर्तों का उल्लंघन है. इसमें लिखा गया है कि पिछले दो हफ्तों से अनिल देशमुख और उनके करीबी लोग प्री पब्लिकेशन ड्राइव के तहत प्रचार प्रसार कर रहे हैं. यह भी पढ़ें : उच्च न्यायालय का रोहिंग्याओं को स्कूल में दाखिले के निर्देश देने संबंधी याचिका पर सुनवाई से इनकार
किरीट सोमैया के मुताबिक आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन इसलिए भी है क्योंकि जमानत पर रिहा देशमुख के बेटे सलील भी विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. सबसे ज्यादा आपत्ति राष्ट्रीय प्रतीक वाले लोगो को लेकर जताई गई है. एक्स पोस्ट में किरीट सोमैया ने कवर पेज भी पोस्ट किया है. जिसमें अनिल देशमुख हैं और उनके बगल में राष्ट्रीय प्रतीक चस्पा है.
14 महीनों तक सलाखों में रहने के दौरान उन्होंने यह किताब लिखनी शुरू की थी. उन्होंने बताया था कि बहुत जल्द ही यह किताब हिंदी, अंग्रेजी और मराठी भाषा में आम पाठकों के बीच उपलब्ध होगी. इस पुस्तक में उन्होंने बताया कि कैसे वो लंबी कानूनी लड़ाई के बाद जेल से बाहर आए. बता दें कि देशमुख सीबीआई और ईडी की जांच का सामना कर रहे है. उन्होंने अप्रैल 2021 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद, उन्हें नवंबर 2021 में गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं, दिसंबर 2022 में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था. देशमुख का कहना है कि उन्होंने जेल में रहने के दौरान किताब लिखी है.