उधमपुर, 12 अप्रैल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष दलों पर जमकर प्रहार किया. पीएम मोदी ने कहा कि सत्ता के लिए इन्होंने जम्मू-कश्मीर आर्टिकल 370 की ऐसी दीवार बना दी थी. ऐसा भ्रम बनाकर रखा था कि 370 है तभी उनकी जिंदगी बचेगी. लेकिन आपके आशीर्वाद से मोदी ने 370 की दीवार गिरा दी. दीवार ही नहीं उस मलबे को जमीन में गाड़ दिया है.
पीएम मोदी ने कहा कि ये कहते थे कि 370 हटी तो आग लग जाएगी, जम्मू-कश्मीर हमें छोड़कर चला जाएगा. लेकिन जम्मू-कश्मीर के नौजवानों ने इनको आईना दिखा दिया. अब देखिए, जब उनकी यहां नहीं चली, जम्मू-कश्मीर के लोग उनकी असलियत जान गए, तो ये लोग अब जम्मू -कश्मीर के बाहर देश के लोगों के बीच भ्रम फैलाने का खेल, खेल रहे हैं. ये कहते हैं कि 370 के हटने से देश को कोई लाभ नहीं हुआ. यह भी पढ़ें : निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री मोदी पर स्टालिन के ‘प्रवासी पक्षी’ वाले तंज को लेकर आपत्ति जताई
पीएम मोदी ने कहा कि 10 साल के अंदर-अंदर जम्मू-कश्मीर पूरी तरह बदल चुका है. सड़क, बिजली, पानी, यात्रा, प्रवास ये सब तो है ही, लेकिन सबसे बड़ी बात है, जम्मू कश्मीर का मन बदला है. निराशा से आशा की ओर बढ़े हैं, जीवन पूरी तरह विश्वास से भरा हुआ है. इतना विकास यहां हुआ है, चारों तरफ विकास हो रहा है. लोग कहेंगे मोदी जी इतना कर लिया. मैं अगर यहां नहीं आता तो भी मुझे पता था जम्मू-कश्मीर से मेरा नाता इतना गहरा है कि तो आप मेरे लिए मुझसे भी ज्यादा करेंगे. लेकिन मैं तो आया मां वैष्णो देवी के चरणों में बैठे हुए आप लोगों के बीच दर्शन करने के लिए. मां वैष्णो देवी की छात्र-छाया में जीने वाले भी मेरे लिए दर्शन के योग्य होते है.
उन्होंने कहा कि मेरे जम्मू-कश्मीर के बहनों और भाइयों, आपने पहले इतने बुरे दिन देखे हैं कि आपको ये सब विकास की तरह बहुत बड़ा लग रहा है. लेकिन ये जो मोदी है ना, ये बहुत बड़ा और दूर की सोचता है. इसलिए अब तक जो हुआ है वो तो ट्रेलर है, ट्रेलर. मुझे तो नए जम्मू-कश्मीर की नई और शानदार तस्वीर बनाने के लिए जुट जाना है. वो समय दूर नहीं जब जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा के चुनाव होंगे. जम्मू-कश्मीर को वापस राज्य का दर्जा मिलेगा. आप अपने विधायक और मंत्रियों से अपने सपने साझा कर सकेंगे. हर वर्ग की समस्या का तेजी से समाधान होगा.
राम मंदिर का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस को खरी-खरी भी सुनाई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उनका इको सिस्टम, अगर कभी मुंह से राम मंदिर भी निकल गया तो चिल्लाने लग जाती है, रात-दिन चिल्लाती है कि राम मंदिर भाजपा के लिए चुनावी मुद्दा है. राम मंदिर ना कभी चुनाव का मुद्दा था, ना चुनाव का मुद्दा है और ना ही कभी चुनाव का मुद्दा बनेगा. राम मंदिर का संघर्ष तो तब से हो रहा था जब भाजपा का जन्म भी नहीं हुआ था. राम मंदिर का संघर्ष तब से हो रहा था जब यहां अंग्रेज सल्तनत भी नहीं आई थी. राम मंदिर का संघर्ष 500 साल पुराना है, जब चुनाव का कोई नामोनिशान नहीं था. जब विदेशी आक्रांताओं ने हमारे मंदिर तोड़े. तब भारत के लोगों ने अपने धर्मस्थलों को बचाने की लड़ाई लड़ी.
पीएम मोदी ने कहा कि बरसों तक लोगों ने अपनी ही आस्था के लिए क्या-क्या नहीं झेला. कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के नेता बड़े-बड़े बंगलों में रहते थे. लेकिन, जब रामलला का टेंट बदलने की बात आती थी, तो लोग मुंह फेर लेते थे, अदालतों की धमकियां देते थे. बारिश में रामलला का टेंट टपकता रहता था और रामलला के भक्त टेंट बदलवाने के लिए अदालतों के चक्कर काटते रहते थे. यह उन करोड़ों लोग की आस्था पर आघात था जो भगवान राम को अपना आराज्य कहते है और हमने इन्हीं लोगों से कहा कि एक दिन आएगा, जब रामलला भव्य मंदिर में विराजेंगे.
पीएम मोदी ने उधमपुर रैली को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू की गई 'एकता यात्रा' को भी याद किया. उन्होंने कहा कि मैं उधमपुर पिछले कई दशकों से आ रहा हूं. जम्मू-कश्मीर की धरती पर मेरा आना जाना पिछले 5 दशक से चल रहा है. मुझे याद है 1992 में एकता यात्रा के दौरान यहां आपने भव्य स्वागत और सम्मान किया था. आप भी जानते हैं कि तब हमारा मिशन लाल चौक पर तिरंगा फहराने का था, तब यहां माताओं-बहनों ने बहुत आशीर्वाद दिया था.