Bird Flu in India 202: हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू ने दी दस्तक, कांगड़ा में चिकन और अंडों की बिक्री पर रोक
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कांगड़ा जिले (Kangra District) में स्थित पोंग बांध झील (Pong Dam) में मृत पाये गये प्रवासी पक्षी बर्ड फ्लू से संक्रमित पाये जाने के बाद सरकार अलर्ट हो गई है. इसी कड़ी में कांगड़ा जिला मजिस्ट्रेट (District Magistrate) आदेश जारी करते हैं, फतेहपुर, देहरा, जवाली और इंदौरा क्षेत्रों में किसी भी नस्ल. आयु और उनके संबंधित उत्पादों जैसे कि अंडे, मांस, चिकन आदि की किसी भी मुर्गी, पक्षी, मछली की बिक्री या खरीद और निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही कांगड़ा जिला प्रशासन द्वारा घोषित पोंग बांध या अलर्ट जोन के एक किमी के दायरे में किसी भी शख्स की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी.
शिमला:- हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कांगड़ा जिले (Kangra District) में स्थित पोंग बांध झील (Pong Dam) में मृत पाये गये प्रवासी पक्षी बर्ड फ्लू से संक्रमित पाये जाने के बाद सरकार अलर्ट हो गई है. इसी कड़ी में कांगड़ा जिला मजिस्ट्रेट (District Magistrate) आदेश जारी करते हैं, फतेहपुर, देहरा, जवाली और इंदौरा क्षेत्रों में किसी भी नस्ल. आयु और उनके संबंधित उत्पादों जैसे कि अंडे, मांस, चिकन आदि की किसी भी मुर्गी, पक्षी, मछली की बिक्री या खरीद और निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही कांगड़ा जिला प्रशासन द्वारा घोषित पोंग बांध या अलर्ट जोन के एक किमी के दायरे में किसी भी शख्स की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश से पहले राजस्थान, मध्यप्रदेश और केरल में इसी तरह का बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है. फिलहाल हिमाचल प्रदेश चौथा ऐसा राज्य बन गया है जहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हुयी है. इससे पहले राजस्थान में बर्ड फ्लू की चेतावनी दी गयी थी, जहां आधा दर्जन जिलों में 250 कौवे मृत मिले थे. मध्य प्रदेश के इंदौर में भी मरे कौवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुयी थी. Bird Flu: कोरोना महामारी के बीच फैल रहा है बर्ड फ्लू, पक्षियों के साथ-साथ इंसानों के लिए भी खतरनाक, ये हैं लक्षण.
ANI का ट्वीट:-
गौरतलब हो कि देश इस वक्त कोरोना के संकट से अभी नहीं उबरा है. तब तक बर्ड फ्लू एक नई मुसीबत बनकर आ गई है. वहीं, इससे निपटने के लिए राज्य और केंद्र की सरकारें सतर्क हो गईं हैं और बचाव के लिए हर मुमकिन कोशिशों में जुट गई हैं. इससे पहले केरल में वर्ष 2016 में बड़े पैमाने पर बर्ड फ्लू फैला था. जिसके बाद चिकन खाने से लोगों ने परहेज करना शुरू कर दिया था.