Bird Flu: कोरोना संकट के बीच बर्ड फ्लू का खतरा, दिल्ली में 12 वर्षीय लड़के की मौत- आप भी रहें सावधान

यह मौत दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में हुई. जानकारी के मुताबिक, एम्स में 12 साल के बच्चे ने बर्ड फ्लू से जान गंवाई. उसे वहां बर्ड फ्लू के इलाज के लिए भर्ती किया गया था. बच्चे की मौत के बाद उसके संपर्क में आए दिल्ली एम्स के सभी स्टाफ को ऐहतियातन आइसोलेट कर दिया गया है.

बर्ड फ्लू (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: देश में कोरोना संकट (COVID-19) के बीच एक और बीमारी कहर बरपा सकती है. कोरोना संकट के बीच देश में बर्ड फ्लू (Bird Flu) से मौत का पहला मामला सामने आया है. मंगलवार को भारत में H5N1 एवियन इन्फ्लुएंजा (H5N1 Avian Influenza) से पहली मौत दर्ज की गई है. यह मौत दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में हुई. जानकारी के मुताबिक, एम्स में 12 साल के बच्चे ने बर्ड फ्लू से जान गंवाई. उसे वहां बर्ड फ्लू के इलाज के लिए भर्ती किया गया था. बच्चे की मौत के बाद उसके संपर्क में आए दिल्ली एम्स के सभी स्टाफ को ऐहतियातन आइसोलेट कर दिया गया है. Bird Flu Transmission: पढ़े इंसानों में कैसे होता ट्रांसमिट होता है एवियन इन्फ्लूएंज.

लड़के को 2 जुलाई को निमोनिया और ल्यूकेमिया की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 12 जुलाई को उसकी मौत हो गई. उपचार के दौरान उसकी कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा की जांच की गई थी.

मिली जानकारी के अनुसार ''लड़के के नमूनों में कोविड-19 की पुष्टि नहीं हुई. नमूनों में इन्फ्लूएंजा संक्रमण मिला. नमूने को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेजा गया, जहां उसमें H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा के संक्रमण की पुष्टि हुई.'' मामले का विवरण राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) को भेज दिया गया है और उनकी टीम ने संपर्क में आए लोगों की तलाश शुरू कर दी है.

क्या बर्ड फ्लू इंसानों को प्रभावित करता है?

सामान्य तौर पर, बर्ड फ्लू इंसानों को प्रभावित नहीं करता है, लेकिन पक्षियों से मनुष्यों में संक्रमण का छिटपुट संचरण हुआ है. विदेशों में इसके मामले दर्ज किए गए हैं. यह आमतौर पर एक संक्रमित इंसान से दूसरे इंसान में ट्रांसमिट नहीं हो सकता क्योंकि वायरस इंसानी कोशिकाओं से ठीक से नहीं जुड़ पाता है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार जनवरी 2003 से 8 जुलाई 2021 तक एवियन इन्फ्लूएंजा के मानव संक्रमण के 862 मामले थे. इनमें से 455 घातक थे. एवियन इन्फ्लूएंजा आखिरी बार 31 अक्टूबर, 2020 को लाओस में दर्ज किया गया था.

क्या है बर्ड फ्लू?

बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लूएंजा के नाम से भी जाना जाता है. पक्षियों में फैलने वाले वाला यह वायरस बेहद संक्रामक होता है और इसके कई स्ट्रेन भी होते हैं. वायरस संक्रमित पक्षियों से दूसरे पक्षियों में फैलता है. प्रवासी पक्षियों के जरिए इस वायरस का एक देश से दूसरे देश में प्रसार होता है.

इंसानों में कैसे फैलता है?

इन्फ्लुएंजा विभिन्न वायरस का एक बड़ा परिवार है, जिनमें से कुछ पक्षियों के साथ मनुष्यों को प्रभावित करते हैं. यह बीमारी संक्रमित पक्षियों के बेहद पास रहने से हो सकती है. यह वायरस आंख, नाक और मुंह के जरिए इंसानों में प्रवेश कर सकता है.

क्या बर्ड फ्लू जानलेवा है?

हां, बर्ड फ्लू COVID-19 से अधिक घातक है क्योंकि इसकी मृत्यु दर कोविड की 3 फीसदी मृत्यु दर की तुलना में 60 फीसदी है. इसके कई स्ट्रेन हैं जो इंसानों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं. H5N1 और H5N8 मनुष्यों में गंभीर बीमारी पैदा कर सकते हैं.

क्या चिकन और अंडे खाना सेफ है?

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर चिकन और अंडों को ढंग से पकाया जाए तो इन्हें खाया जा सकता है. विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि अधपके या कच्चे चिकन और अंडे आदि खाने से परहेज करें. नॉनवेज खरीदते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.

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