पटना, 1 जनवरी : बिहार में जल्द ही अब कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की जांच की सुविधा मिलने वाली है. इसके अलावा कोविड संक्रमित जो लोग होम आइसोलशेन में हैं, वैसे लोगों की दवा भी अब उनके घरों तक पहुंचाई जाएगी. कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बाद मुख्यमंत्री नीतीश शुक्रवार को सक्रिय नजर आए और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कोरोना के बढ़ते मामले तथा उससे बचाव को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी दी. उन्होंने देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट की राज्यवार स्थिति, राज्य में पिछले आठ दिनों का प्रतिदिन टेस्टिंग और पाजिविटी रेट आदि के संबंध में भी जानकारी दी. विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बताया कि सभी जिलों के लिये नोडल अधिकारी बनाये गये हैं, जो एक-एक चीज पर नजर रखेंगे. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्पीड पोस्ट के माध्यम से कोविड होम आइसोलेशन मेडिकल किट को लोगों के घर तक पहुंचाया जाएगा, जिसमें होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिये दवा के उपयोग की विधि एवं अन्य जानकारी भी लिखी रहेगी. उन्होंने बताया कि बिहार में टीकाकरणा की रफ्तार और बढ़ रही है और आज तक 10 करोड़ कोरोना टीका का डोज दिया जा चुका है. यह भी पढ़ें : Omicron Variant: दिल्ली में चिकित्सा ऑक्सीजन के बुनियादी ढांचे में किया गया सुधार
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने ओमिक्रॉन के टेस्टिंग की जल्द से जल्द राज्य में व्यवस्था करने का निर्देश देते हुए कहा कि इससे ओमिक्रॉन संक्रमितों का शीघ्र पता चल सकेगा और समय पर इलाज हो सकेगा. उन्होंने कोरोना संक्रमितों की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए इस पर पूरी नजर रखने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने सभी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों के साथ-साथ जिला अस्पताल एवं अनुमंडल अस्पताल में भी पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन एवं दवा की पर्याप्त व्यवस्था की जाए तथा टेक्नीशियन एवं पूरी मेडिकल टीम को अलर्ट मोड में रखें. मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना टीकाकरण का आंकडा 10 करोड़ पार करने करने पर प्रसन्नता जाहिर की.