पटना, 29 जनवरी : किसान आंदोलन (Peasant movement) के समर्थन में महागठबंधन में शामिल दलों की राज्य भर में शनिवार को बनने वाली मानव श्रृंखला को लेकर शुक्रवार को बैठक हुई. इस बैठक के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि किसान आंदोलन के साथ महागठबंधन के नेता पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि सरकार आज किसान और जवान को 'फंडदाताओं' के लिए लड़वा रही है. बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए बिहार के लोगों से अपील करते हुए कहा कि जिस तरीके से हरियाणा, पंजाब व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान इस आंदोलन में शामिल हो रहे हैं, उसी तरह से बिहार के किसान आगे आएं.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण का विपक्षी दलों का वहिष्कार यह दर्शाता है कि सरकार काला कानून थोपना चाहती है. उन्होंने कहा कि देश के 80 प्रतिशत आबादी का सवाल है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर कौन सी मजबूरी है कि सरकार यह कानून थोपना चाह रही है. तेजस्वी ने आरोप लगाते हुए कहा, "ये पूरा कानून अन्नदाताओं के लिए नहीं, 'फंड दाताओं' के लिए है. किसानों की जमीन पूंजीपतियों को देने की तैयारी है." यह भी पढ़ें : Farmers Protest: राकेश टिकैत की आंखों में आंसू देख फिर पलटा किसान आंदोलन का रुख, क्या सरकार की बढ़ेगी मुश्किल?
यादव ने बिहार की नीतीश सरकार को भी कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि यहां आधी कीमतों पर फसलों की खरीद हो रही है. उन्होंने कहा कि डीजल के दामों में वृद्घि हो रही है, जिससे किसान को घाटा हो रहा है. उन्होंने किसानों के मुद्दे पर नीतीश कुमार की चुप्पी पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वे इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं. उन्होंने शनिवार को आयोजित होने वाली मानव श्रृंखला की सफलता को लेकर विश्वास जताया. उन्होंने कहा कि महागठबंधन किसानों के समर्थन में खड़ा है.