बिहार: जलभराव को लेकर डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर फूटा लोगों का गुस्सा, घर के बाहर के किया विरोध प्रदर्शन
आक्रोशित जनता ने सुशील मोदी और नीतीश सरकार के विरोध में खूब नारे लगाए, और उनसे मिलने की मांग की. लोग हाथों में तख्ती लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. लोगों की मांग थी कि बारिश के बाद हुए जलजमाव के लिए जो अधिकारी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करे.
पटना: बिहार में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के बाद जलजमाव की समस्या से लोग अभी तक परेशान हैं. जलभराव और स्वास्थ्य समस्या झेल रहे लोगों का धैर्य जवाब देने लगा है. जनता की परेशानियां अब उनके गुस्से के रूप में फूट रही है. इस कड़ी में रविवार को लोगों का गुस्सा सूबे के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumra Modi) पर फूटा. राजेंद्र नगर में जलजमाव, गंदगी और डेंगू जैसी बीमारी झेल रहे लोगों ने सुशील कुमार मोदी के घर का घेराव किया और विरोध में नारे लगाए. रविवार को काफी संख्या में लोगों ने उनके घर के सामने आक्रोश प्रदर्शन किया. बता दें कि इसी घर में जब सुशील मोदी बाढ़ के बीच फंसे थे तो एनडीआरएफ की टीम ने उन्हें रेस्क्यू किया था.
आक्रोशित जनता ने सुशील मोदी और नीतीश सरकार के विरोध में खूब नारे लगाए, और उनसे मिलने की मांग की. लोग हाथों में तख्ती लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. लोगों की मांग थी कि बारिश के बाद हुए जलजमाव के लिए जो अधिकारी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करे. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों का आक्रोश देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया. पुलिस ने आक्रोशित लोगों को काबू में करने का प्रयास किया.
डिप्टी सीएम सुशील मोदी के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन-
प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है जलजमाव के समय सुशील मोदी ने उनकी ओर देखा तक नहीं, इसी वजह से बारिश के 10 दिन बाद भी पटना के लोग जलजमाव और कई बिमारियों से जूझ रहे हैं. लोगों का कहना था कि सरकार जलजमाव के लिए जिम्मेदार और लापरवाह अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करे. बिहार में भारी बारिश के बाद पैदा हुई बाढ़ और जलजमाव से लोग नितीश सरकार पर बेहद नाराज हैं. बिहार की जनता का कहना है कि उनकी समस्याओं के लिए सरकार की लापरवाही जिम्मेदार है.