नई दिल्ली. मॉडर्न और राष्ट्रीय संत के रूप में प्रसिद्ध भय्यूजी महाराज ने खुद को गोली मार के आत्महत्या कर ली. खबरों के मुताबिक पारिवारिक कलह के कारण उन्होंने यह कदम उठाया. भय्यूजी महाराज ने अपने आवास पर खुद को गोली मारी है. बता दें कि घटना के तुरंत बाद उन्हें इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में लेकर जाया गया लेकिन वहां पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है. भय्यूजी महाराज ने पिस्तौल से अपने सिर में गोली मारी है.
बता दें कि हाल ही में शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने पांच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था. भय्यूजी महाराज उनमें से एक थे. हालांकि उन्होंने उसे ठुकरा दिया था. बता दें कि भय्यू महाराज का जन्म 1968 में हुआ था. उनका असली नाम उदयसिंह देखमुख है. भय्यू महाराज कपड़ों के एक ब्रांड के लिए कभी मॉडलिंग भी कर चुके हैं.
भय्यूजी महाराज महाराष्ट्र के एक बडे कांग्रेसी परिवार से ताल्लुक रखते थे. अन्ना आन्दोलन के दौरान उनका नाम चर्चा में आया था. कांग्रेस के नेताओं ने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान भूख हड़ताल पर बैठे अन्ना हजारे को मनाने के लिए उनसे संपर्क किया था.
पीएम मोदी, पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देखमुख, शरद पवार, लता मंगेशकर, उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी भी भय्यूजी महाराज आश्रम आ चुके हैं. भय्यूजी महाराज आश्रम इंदौर के बापट चौराहे पर है.