भारत बायोटेक को बिक्री के लिए 'कोवैक्सीन' के निर्माण की अनुमति मिली
सेंट्रल लाइसेंसिंग अथॉरिटी ने रविवार को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक को बिक्री और वितरण के लिए कोवैक्सीन बनाने की अनुमति दे दी. इससे पहले स्वदेशी कोरोनावायरस वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए नियामक स्वीकृति मिली थी.
सेंट्रल लाइसेंसिंग अथॉरिटी ने रविवार को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक को बिक्री और वितरण के लिए कोवैक्सीन बनाने की अनुमति दे दी. इससे पहले स्वदेशी कोरोनावायरस वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए नियामक स्वीकृति मिली थी. एक शीर्ष सूत्र ने आईएएनएस को बताया, "सेंट्रल लाइसेंसिंग अथॉरिटी ने भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड को बिक्री के लिए दवा निर्माण की अनुमति दे दी." इससे पहले रविवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) वी.जी. सोमानी ने घोषणा की कि भारत बायोटेक के 'कोवैक्सीन' को 'आपातकालीन स्थिति में सीमित उपयोग' के लिए अनुमति दी गई है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के 'कोविशिल्ड' वैक्सीन को भी मंजूरी दी गई है.
कोवैक्सीन को दो खुराक में दिया जाएगा और इसे 2-8 डिग्री सेल्सियस पर संग्रहित किया जा सकता है. यह भारत के लिए एक बड़ी राहत है. संक्रमण के मामले अमेरिका के बाद भारत में सबसे ज्यादा हैं.
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भारत बायोटेक कोरोनावायरस के लिए भारत का पहला स्वदेशी टीका है. निष्क्रिय वायरस का टीका भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के सहयोग से विकसित किया गया है.