कोलकाता, 14 सितम्बर : पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले के आसनसोल में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत ने करोड़ों रुपये के कोयला तस्करी घोटाले में चल रही जांच के सिलसिले में बुधवार को 15 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया. अवैध कोयला व्यापार से सीधे तौर पर जुड़े कुछ व्यक्तियों के नाम के अलावा, कुछ फैक्ट्री मालिक सूची में हैं जिनके खिलाफ घोटाले के लाभार्थियों के रूप में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है. सीबीआई ने इसी साल 19 जुलाई को इस मामले में अपनी चार्जशीट इस विशेष अदालत में पेश की थी. आरोपपत्र में 41 व्यक्तियों के नाम हैं, जिनमें 15 व्यक्ति शामिल हैं, जिनके खिलाफ बुधवार दोपहर को गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था.
चार्जशीट में अन्य नामजद में मुख्य आरोपी अनूप माजी उर्फ लाला, उसके फरार सहयोगी बिनॉय मिश्रा और रत्नेश वर्मा, चार कुख्यात कोयला माफिया, जयदेब मंडल, नारायण चंदा, नीरद मंडल और ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के आठ पूर्व और वर्तमान अधिकारी शामिल हैं. हालांकि बिनॉय मिश्रा फिलहाल फरार है और माना जाता है कि उसने वानुअतु द्वीप समूह में शरण ली है, उसका भाई बिकाश मिश्रा वर्तमान में प्रेसीडेंसी केंद्रीय सुधार गृह में न्यायिक हिरासत में है. सीबीआई ने आठ पूर्व और वर्तमान ईसीएल अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया था. यह भी पढ़ें : Lumpy Virus: लंपी रोग से पीड़ित पशु के दूध का सेवन करना सुरक्षित- वैज्ञानिक
हालांकि, मुख्य आरोपी अनूप माजी उर्फ लाला सुप्रीम कोर्ट की ढाल के कारण गिरफ्तारी से बचने में सफल रहा है. हालांकि, सीबीआई के अधिकारियों ने उनसे कई बार पूछताछ की थी. मामले की समानांतर जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी से पूछताछ की है. ईडी ने अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा नरूला बनर्जी और भाभी मेनका गंभीर से पूछताछ की है. मामले में राज्य के कई भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों से भी पूछताछ की गई है.