Bakrid 2020: असम के कामरूप जिले में मस्जिद और ईदगाहों में 5 लोगों के साथ नमाज पढ़ने की मिली इजाजत

असम के जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि वे ईद-उल-अजहा की नमाज मस्जिद और ईदगाहों में पांच लोगों के साथ जाकर नमाज पढ़ सकते हैं. लेकिन इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना पड़ेगा. इस दौरान लोगों को अपने मुंह पर मास्क लगाना जरूरी होगा. वहीं नमाज से पहले प्रसाशन की तरफ से कहा गया है कि मस्जिद को जरूर सेनेटाइज करें.

प्रतिकात्मक तस्वीर | (Photo Credits: Getty Images)

Bakrid 2020: देश में शनिवार को यानी एक अगस्त को ईद-उल-अजहा (Eid-Al-Adha) का त्योहार मनाया जाने वाला है. हर साल लोग ईद-उल-अजहा की नमाज ईदगाह में पढ़ने के लिए जाते थे. लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस साल सरकार की तरफ से अपील की गई है कि अपने घरों में इबादत करें. ताकि इस महामारी को रोका जा सके. ईद-उल-अजहा के नमाज को लेकर असम के कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिले से खबर है कि प्रशासन ने मस्जिद और ईदगाहों में पांच लोगों के साथ नमाज पढ़ने के लिए इज्जत दी है.

असम के जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि वे ईद-उल-अजहा की नमाज मस्जिद और ईदगाहों में पांच लोगों के साथ जाकर नमाज पढ़ सकते हैं. लेकिन इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना पड़ेगा. इस दौरान लोगों को अपने मुंह पर मास्क लगाना जरूरी होगा. वहीं नमाज से पहले प्रसाशन की तरफ से कहा गया है कि मस्जिद को जरूर सेनेटाइज करें. यह भी पढ़े: Bakrid 2020: देशभर में इस दिन मनाई जाएगी बकरीद, जानें क्यों इसे कहा जाता है ‘कुर्बानी का पर्व’

इसके पहले असम के साथ ही देश के अन्य राज्यों में कोरोना महामारी के चलते लोगों को ईद की नमाज मस्जिद के साथ ही ईदगाहों में पढ़ने के लिए इजाजत नहीं दी गई थी. जिसके बाद लोगों ने ईद की नमाज घर पर ही अदा किया था. हालांकि ईद-उल-अजहा (बकरीद) के त्योहार पर भी सरकार की तरफ से अपील किया गया है कि लोग घरों में ही नमाज पढ़े. ताकि कोरोना महामारी के मामलों को रोका जा सके.

 

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