Badlapur Sexual Assault: बदलापुर कांड के आरोपी अक्षय शिंदे की एनकाउंटर में मौत, पुलिस की रिवॉल्वर छीनकर की थी फायरिंग
Badlapur Case Accused | X

मुंबई: महाराष्ट्र के बदलापुर रेप केस के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस हिरासत में गोली लगने से मौत हो गई. कहा जा रहा है क‍ि उसने पुल‍िस की रिवाल्‍वर छीनकर खुद को गोली मारने की कोश‍िश की. इस बीच गोली एक पुल‍िसवाले को जाकर लगी. एक दावा ये भी है क‍ि पुल‍िस के साथ मुठभेड़ में उसे गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई. बता दें कि अक्षय शिंदे बदलापुर के एक स्कूल में सफाईकर्मी था, जिस पर चार और पांच साल की दो बच्चियों के साथ स्कूल के दुष्कर्म का आरोप था. इस घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश पैदा कर दिया था.

शिंदे को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और वह तब से जेल में बंद था. जनता और प्रशासन के भारी दबाव के चलते इस मामले में विशेष जांच टीम (SIT) का गठन भी किया गया था.

कैसे हुई अक्षय शिंदे की मौत

सोमवार की शाम को, पुलिस अक्षय शिंदे को जेल से ट्रांजिट रिमांड के लिए बदलापुर थाने लेकर जा रही थी. शाम करीब 6:30 बजे जब पुलिस वाहन मुंब्रा बाइपास के पास पहुंचा, तब अचानक शिंदे ने एपीआई (सहायक पुलिस निरीक्षक) निलेश मोरे की सर्विस रिवॉल्वर छीन ली. इसके बाद उसने निलेश मोरे पर तीन गोलियां चलाईं.

एक गोली निलेश के पैर में लगी, जबकि दो गोलियां मिसफायर हो गईं. निलेश ने घायल होने के बावजूद साहस दिखाते हुए शिंदे को काबू में करने की कोशिश की. उनके साथ मौजूद पुलिस इंस्पेक्टर संजय शिंदे ने इस दौरान आत्मरक्षा में अपनी रिवॉल्वर से अक्षय पर दो गोलियां चलाईं. एक गोली उसके सिर पर लगी और दूसरी उसके शरीर पर.

घटना के तुरंत बाद, पुलिस ने दोनों घायलों को शिवाजी अस्पताल पहुंचाया. जहां अक्षय शिंदे को मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने पुष्टि की कि मुठभेड़ के दौरान उसे गंभीर चोटें आई थीं, जिनके कारण उसकी मौत हो गई.

इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई. कांग्रेस ने पुलिस की मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए इसे मनमानी कार्रवाई करार दिया और सरकार से जवाब तलब किया. वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पहले ही कहा था कि इस केस की तेजी से सुनवाई की जाएगी और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.

क्या था मामला?

अक्षय शिंदे पर लगे दुष्कर्म के आरोप बेहद गंभीर थे. बदलापुर में इस घटना के बाद से ही लोग नाराज थे और आरोपी के खिलाफ कड़ी सजा की मांग कर रहे थे. इस घटना ने स्थानीय लोगों और स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े किए थे. स्कूल के अध्यक्ष और सचिव पर भी पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि उन्होंने घटना को छिपाने की कोशिश की थी.

अक्षय शिंदे की मौत ने इस मामले को नया मोड़ दे दिया है. अब इस घटना की विस्तृत जांच की जा रही है कि पुलिस की कार्रवाई आत्मरक्षा में थी या इसमें कोई और पहलू है. जनता और मीडिया इस मामले पर पैनी नजर बनाए हुए हैं, और आगे की जांच में क्या खुलासे होंगे, यह देखने वाली बात होगी.