मुंबई: बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में मुंबई क्राइम ब्रांच ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. 7 नवंबर को गिरफ्तार किए गए आदित्य राजू गुलांकर (22) और रफीक नियाज शेख (22) के साथ, इससे पहले 6 नवंबर को करवे नगर, पुणे से गौरव अपुने (23) को भी गिरफ्तार किया गया था. गौरव फायरिंग की ट्रेनिंग के लिए झारखंड गया था. 28 जुलाई को वह गिरफ्तार आरोपी रूपेश मोहोल और हत्या के मास्टरमाइंड शुभम लोनकर के साथ फायरिंग की प्रैक्टिस करने झारखंड गया था. मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी झारखंड में उस सटीक स्थान का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जहां अभ्यास किया गया था.
गौरव अपुने, शुभम लोनकर, और रूपेश मोहल 28 जुलाई को पुणे-हटिया एक्सप्रेस से झारखंड गए थे. पुलिस के अनुसार, उनके पास से ट्रेन की टिकट भी बरामद हुई है जो उनकी यात्रा का सबूत है. यह ट्रेन पुणे से रात 10:45 बजे रवाना होकर अगले दिन शाम 4:45 बजे हटिया पहुंचती है. हटिया रांची का एक उपनगर है, जहां इन तीनों ने फायरिंग की ट्रेनिंग की. जांच में यह बात सामने आई कि शुभम लोनकर ने इस ट्रेनिंग के लिए पिस्तौल भी उपलब्ध कराई थी.
मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग द्वारा बनाया गया यह प्लान B था. प्लान A फेल होने की स्थिति में बैकअप के लिए प्लान बी तैयार किया गया था.
हत्याकांड की साजिश और हथियारों का इस्तेमाल
प्रवीण लोंकर और रूपेश मोहल ने रफीक शेख और आदित्य गुलांकर को अपराध में इस्तेमाल करने के लिए 9 मिमी पिस्तौल और गोलियां दी थीं. शुरुआती जांच के दौरान शिवम कोहड के निवास से एक पिस्तौल बरामद की गई थी. पुलिस का कहना है कि अब तक इस जांच में 64 राउंड गोलियां जब्त की जा चुकी हैं, लेकिन अभी भी बाकी गोलियों को खोजने की कोशिश जारी है.
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि रूपेश मोहल, शिवम कोहड, करण साल्वी, और गौरव अपुने को राम कनौजिया ने हत्या के अनुबंध के बाद 25 लाख रुपये, एक फ्लैट, एक कार, और दुबई यात्रा का वादा किया था. इस लालच के चलते आरोपी इस खतरनाक षड्यंत्र का हिस्सा बने.
इस मामले में गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को 13 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. आरोपियों ने फायरिंग की प्रैक्टिस पुणे के खडकवासला में भी की थी, जिससे साफ होता है कि यह घटना पूरी तरह से सुनियोजित थी और इसके लिए पीछे गंभीर साजिशें रची गई थीं.