मथुरा, 22 नवंबर: यमुना एक्सप्रेस-वे पर ट्रॉली बैग में मिली लाश की पहचान दिल्ली की रहने वाली आयुषी के रूप में होने के बाद मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसकी हत्या करने वाले पिता ने उसे दो गोली मारी थी, जिनमें से एक गोली उसके सीने के पार हो गई थी, जबकि दूसरी सिर में अटक गई थी. ट्रॉली बैग में मथुरा के यमुना एक्सप्रेसवे के पास मिली 25 वर्षीय युवती की लाश- Video.
बताया जा रहा है कि आयुषी के माता-पिता उसके एक साल पहले अंतरजातीय विवाह कर लेने से नाराज थे. कार्यवाहक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मार्तंड प्रकाश सिंह ने पत्रकारों को बताया कि आयुषी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसके सिर और सीने में गोली मारी गई थी. उन्होंने कहा कि सीने में लगी गोली फेंफड़ों को चीरते हुए पार हो गई थी, जबकि सिर में लगी गोली फंसी रह गई.
आयुषी का पोस्टमार्टम तीन चिकित्सकों के पैनल द्वारा वीडियोग्राफी के बीच कराया गया.
मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड पर शुक्रवार को एक बंद ट्रॉली बैग में युवती का शव मिलने के मामले को सुलझाने के बाद पुलिस ने मंगलवार को मृतका की मां को उसके पिता के साथ हत्या एवं साक्ष्य छिपाने के अपराध में गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के मुताबिक, आयुषी ने एक साल पहले अपने सहपाठी भरतपुर निवासी छत्रपाल गुर्जर से वहां के आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी. अधिकारियों ने बताया कि आयुषी के पिता नितेश यादव और मां ब्रजबाला बेटी के इस तरह प्रेम विवाह कर लेने से बुरी तरह खफा थे. उन्होंने बताया कि पुलिस को आयुषी के घर से उसका विवाह प्रमाणपत्र भी मिल गया है.
अधिकारियों के अनुसार, शादी करने के बाद आयुषी जब चाहे, अपने पति के पास चली जाती थी. उन्होंने बताया कि आयुषी के माता-पिता को बेटी के इस तरह शादी कर लेने और जब चाहे छत्रपाल के साथ रहने चले जाने से अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा खोने की चिंता सताती थी.
अधिकारियों के मुताबिक, हत्या वाले दिन यानी पिछले बृहस्पतिवार को भी आयुषी अपने पति के पास से लौटी थी. उन्होंने बताया कि आयुषी के माता-पिता ने शादी से पहले और बाद में उसे समझाने का बहुत प्रयास किया था, लेकिन उसका बस यही कहना होता था कि अब वह बालिग हो चुकी है, इसलिए अपनी जिंदगी के फैसले खुद ले सकती है.
अधिकारियों के अनुसार, आयुषी की इस कथित स्वच्छंदता से परिजन कभी भी समझौता नहीं कर पाए और बृहस्पतिवार को उसके पिता ने तैश में आकर उसकी हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि आयुषी दिल्ली ग्लोबल स्कूल ऑफ टैक्नोलॉजी में बीसीए अंतिम वर्ष की छात्रा थी और पढ़ाई में काफी तेज थी.
अधिकारियों के मुताबिक, वह नीट की प्रवेश परीक्षा पास कर चुकी थी, लेकिन साक्षात्कार के लिए नहीं गई. उन्होंने बताया कि आयुषी की यह बात भी माता-पिता को खराब लगी थी, क्योंकि घरवाले उसे डॉक्टर बनते हुए देखना चाहते थे.
अधिकारियों के अनुसार, एक दिसंबर को आयुषी 22 साल की होने वाली थी. सोमवार को उसके माता-पिता ने पुलिस की अभिरक्षा में लक्ष्मी नगर क्षेत्र में यमुना के दूसरे किनारे पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया. चिता को मुखाग्नि पिता ने ही दी. उसका भाई वहां उपस्थित नहीं था.
अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस को इस घटना से संबंधित कई इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य भी मिल गए हैं, जिनके जरिेये आरोपी की गतिविधि के बारे में पता चला. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मार्तंड प्रकाश सिंह ने सोमवार को बताया कि आयुषी की हत्या के आरोपी उसके पिता नीतेश यादव को तो मामले का खुलासा होने के बाद रविवार को ही हिरासत में ले लिया गया था, लेकिन हत्या में इस्तेमाल रिवाल्वर और शव को ठिकाने लगाने में प्रयुक्त कार बरामद किए जाने के बाद मृतका की मां ब्रजबाला यादव को भी इस वारदात में बराबर का भागीदार मानते हुए मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया.
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