Tarun Gogoi Funeral: असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई के निधन के बाद 26 नवंबर को होगा उनका अंतिम संस्कार, राज्य में 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा
पूर्व सीएम तरुण गोगोई का निधन (Photo Credits: Twitter/INCAssam)

गुवाहाटी: असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई (Tarun Gogoi) का सोमवार को निधन हो गया. पिछले दिनों वह कोविड-19 से संक्रमित हुए थे और उपचार के बाद ठीक हो गए थे. लेकिन स्वास्थ्य संबंधित अन्य बीमारियों के चलते उन्हें फिर से गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (GMCH) में भर्ती कराया गया था. जहां पर उनका इलाज चल रहा था. लेकिन शनिवार को उनकी तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. लेकिन सोमवार को उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ने के बाद उनका निधन हो गया. गोगोई के निधन के बाद उनका अंतिम संस्कार 26 नवंबर गुरूवार को राजकीय सम्मान के साथ असम के गुवाहाटी में किया जायेगा.

वहीं पूर्व सीएम गोगोई के निधन पर असम सरकार ने 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की हैं. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व शर्मा ने बताया कि सीएम रहे गोगोई ने गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में शाम पांच बजकर 34 मिनट पर अंतिम सांस ली. शर्मा ने कहा कि डॉक्टरों ने उनकी ईसीजी जांच की और पता चला कि हृदयगति रुक गयी है. इसके बाद जीएमसीएच के अधीक्षक ने पुष्टि किया कि गोगोई नहीं रहे. यह भी पढ़े: Former Assam CM Tarun Gogoi Passes Away: असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई का 86 साल की उम्र में निधन

गोगोई के निधन के बाद हर कोई उनके प्रति श्रद्धांजलि प्रकट कर रहा है. वहीं असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गोगोई के निधन के बाद गुवाहाटी के जीएमसीएच अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने पूर्व सीएम तरुण गोगोई के निधन के बाद उन्हें अस्पताल से ले जाते समय अंतिम विदाई दी.

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री शर्मा बताया कि गोगोई के पार्थिव शरीर को दिसपुर में उनके आवास पर ले जाया जाएगा. वहां से पार्थिव शरीर को श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में ले जाया जाएगा जहां लोग मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि दे पाएंगे. शर्मा ने कहा कि पूरे राजकीय सम्मान से गोगोई का अंतिम संस्कार किया जाएगा और परिवार के साथ बातचीत के बाद अंतिम संस्कार के स्थान के बारे में  पर फैसला किया जाएगा. बता दें कि  पूर्व सीएम गोगोई 2001 से 2016 तक वे तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे. वह छह बार सांसद भी रहे और दो बार केंद्रीय मंत्री बने. (इनपुट भाषा)