Assam Flood: असम में बाढ़  के चलते हालत अब भी गंभीर, 19 जिले प्रभावित

नलबाड़ी जिले में शुक्रवार को बाढ़ संबंधी घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई. निखिलेश मल्ला बुजोरबरुआ अपने घर के पास गलती से बाढ़ के पानी में गिर जाने के बाद लापता बताए गए थे. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने बाद में उसका शव बरामद किया.

असम में बाढ़ ( Photo Credit: Twitter)

असम में बाढ़ की स्थिति शनिवार को भी गंभीर बनी रही। कम से कम 19 जिले अभी भी प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 1,538 गांवों और दो शहरी क्षेत्रों में कुल 4,88,525 व्यक्ति प्रभावित हैं. नलबाड़ी जिले में शुक्रवार को बाढ़ संबंधी घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई. निखिलेश मल्ला बुजोरबरुआ अपने घर के पास गलती से बाढ़ के पानी में गिर जाने के बाद लापता बताए गए थे. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने बाद में उसका शव बरामद किया. यह भी पढ़ें: विकास करता भारत प्यास कैसे बुझाएगा

इस साल की पहली बाढ़ से राज्य में यह दूसरी मौत थी. पहली मौत गुरुवार को तामुलपुर जिले में हुई. राज्य सरकार के अधिकारियों ने कहा कि पीड़ित परिवारों को अनुग्रह योजना के तहत मुआवजा मिलेगा.

एएसडीएमए के अनुसार, 19 बाढ़ प्रभावित जिले बजली, चिरांग, दरांग, बक्सा, बारपेटा, बिस्वनाथ, बोंगाईगांव, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलपारा, गोलाघाट, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नागांव, नलबाड़ी, तामुलपुर, उदलगुरी हैं.

बजाली जिले में सबसे ज्यादा 2,67,253 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बारपेटा 73,23 प्रभावितों के साथ दूसरे स्थान पर है.

राज्य प्रशासन द्वारा 14 जिलों में संचालित 225 राहत शिविरों में कम से कम 35,142 बाढ़ प्रभावित लोगों ने शरण ली है. सबसे ज्यादा शिविर बजाली में खोले गए जहां 15,841 लोगों ने 73 राहत शिविरों में शरण ली है.

राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, जिला प्रशासक बाढ़ प्रभावित लोगों को आवश्यक भोजन, दवा और अन्य आवश्यक चीजें उपलब्ध करा रहे हैं. एसडीआरएफ और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को सभी बाढ़ संभावित जिलों में हाई अलर्ट पर रखा गया है.

इस बीच, किसानों के अनुसार, 10,782 हेक्टेयर से अधिक फसल भूमि बाढ़ के पानी में डूब गई है, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी मात्रा में कृषि उत्पादों को नुकसान हो सकता है.

इंसानों के अलावा 4,27,474 जानवर भी प्रभावित हुए हैं. एएसडीएमए के आंकड़ों के मुताबिक, घरेलू और जंगली 200 से ज्यादा जानवर बह गए हैं. कई जिलों से पुलों, स्कूलों और घरों जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के कटाव और क्षति की सूचना मिली है.

तीन जिलों में कम से कम 14 नदी तटबंधों को नुकसान पहुंचा है। 14 जिलों के 213 क्षेत्रों में अन्य बुनियादी ढांचे के नुकसान की सूचना मिली. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने 'भारी बारिश' की भविष्यवाणी की है और रविवार तक के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया है.

ब्रह्मपुत्र, मानस, पुथिमारी और पगलादिया नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. मूसलाधार बारिश के कारण कोकराझार और दरांग जिलों में शहरी बाढ़ की सूचना मिली है.

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