गुवाहाटी, 10 अप्रैल: अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि असम पुलिस ने कछार जिले से एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है जो कथित तौर पर जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर लोगों को अवैध रूप से देश में लाने के लिए एक एजेंट के रूप में काम कर रहा था. रविवार रात गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान यासीन अराफात उर्फ मसूद हसन के रूप में हुई है. यह भी पढ़ें: Assam: असम में कांग्रेस की बढ़ सकती मुश्किलें, विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा देने की धमकी दी
कछार जिले के पुलिस अधीक्षक नुमल महतो ने आईएएनएस को बताया, "स्पेशल ब्रांच ने एक दिन पहले गुवाहाटी में कई अवैध बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस को उनसे पूछताछ के बाद ही यासीन के बारे में पता चला. गिरफ्तार बांग्लादेशियों ने बताया कि यासीन उन्हें मेघालय में दावकी बॉर्डर के रास्ते भारत लाया था."
पुलिस को पता चला कि यासीन अवैध रूप से बांग्लादेश से भी दावकी सीमा के रास्ते भारत में दाखिल हुआ था. वह इलाके में सीमा रक्षक के रूप में जाना जाता है. वह असम के नागांव जिले में एक नए नाम मसूद हसन के तहत रह रहा था और उसने जाली पैन और आधार कार्ड बनाए थे. विशेष शाखा ने उसके बारे में पूछताछ करने के लिए तुरंत नगांव पुलिस से संपर्क किया.
पुलिस को पता चला कि यासीन मूल रूप से बांग्लादेश के सिलहट जिले का रहने वाला है. भारत आने के बाद उसने फर्जी दस्तावेज हासिल किए और नागांव के कछुआ इलाके में रह रहा था. मोबाइल फोन को ट्रेस कर पुलिस को सूचना मिली कि यासीन कछार के गुमरा इलाके में है. इसके बाद कछार पुलिस के साथ विशेष शाखा की एक टीम ने उसे इलाके के एक घर से गिरफ्तार किया.