नई दिल्ली: चीन (China) एशियाई खेलों जैसे आयोजन में भी सियासत से बाज नहीं आ रहा. भारतीय खिलाड़ियों को एशियन गेम्स में एंट्री नहीं देने की चीन की चाल पर भारत ने कड़ा विरोध जताया है. हाल में चीन ने हांग्झू में होने वाले 19वें एशियन गेम्स में शामिल होने के लिए अरुणाचल प्रदेश के भारतीय खिलाड़ियों को वीजा देने से मना कर दिया था. इस पर भारत ने कड़ा विरोध जताया है. पूरे मामले में अब विदेश मंत्रालय ने चीन को कड़ी भाषा में जवाब दिया है. चीन की इस हरकत के बाद भारत ने फिर स्पष्ट किया कि 'अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा.' हांगझू नहीं रवाना होने वाली तीनों खिलाड़ियों के नाम न्येमान वांग्सू, ओनित तेगा और मेपुंग लाम्गु हैं. भारत के लिए कितनी अहम रही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की यात्रा? इस प्लान से चीन भी खा जाएगा मात.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "हमारी दीर्घकालिक और सुसंगत स्थिति के अनुरूप, भारत अधिवास या जातीयता के आधार पर भारतीय नागरिकों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार को दृढ़ता से खारिज करता है. अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा." हमारे कुछ खिलाड़ियों के प्रति चीन द्वारा जानबूझकर और चयनात्मक तरीके से बाधा डालने के खिलाफ नई दिल्ली और बीजिंग में कड़ा विरोध दर्ज कराया गया है.
चीन को कड़ा जवाब:
Our response to media queries on some Indian sportspersons being denied entry into 19th Asian Games:https://t.co/wtoQA8zaDH pic.twitter.com/cACRspcQkD
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) September 22, 2023
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'चीन की कार्रवाई एशियाई खेलों की भावना और उनके आचरण को नियंत्रित करने वाले नियमों दोनों का उल्लंघन करती है, जो स्पष्ट रूप से सदस्य देशों के प्रतिस्पर्धियों के खिलाफ भेदभाव को प्रतिबंधित करती है."
चीन की कार्रवाई के खिलाफ विरोध के रूप में, भारत के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने एशियन गेम्स के लिए हांगझू की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर दी है. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि भारत के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पहले एशियाई खेलों के लिए चीन का दौरा करने वाले थे, जिसे अब रद्द कर दिया गया है.