Mumbai Drugs Case: नवाब मलिक का सनसनीखेज खुलासा- मुंबई और मालदीव में बॉलीवुड से की गई 1000 करोड़ रुपये की उगाही

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मंत्री नवाब मलिक ने एक और सनसनीखेज खुलासा करते हुए मंगलवार को कहा कि मुंबई और मालदीव में बॉलीवुड हस्तियों से कम से कम 1,000 करोड़ रुपये की उगाही की गई है.

समीर वानखेड़े और नवाब मलिक (Photo Credits ANI)

मुंबई, 26 अक्टूबर : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मंत्री नवाब मलिक ने एक और सनसनीखेज खुलासा करते हुए मंगलवार को कहा कि मुंबई और मालदीव में बॉलीवुड हस्तियों से कम से कम 1,000 करोड़ रुपये की उगाही की गई है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ इशारा करते हुए, मलिक ने एजेंसी के भीतर एक व्हिसलब्लोअर से प्राप्त एक 4-पेज का कथित पत्र जारी किया. मंत्री ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राज्य के गृह मंत्री दिलीप वालसे-पाटिल, पुलिस महानिदेशक संजय पांडे, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी को कॉपी किया गया पत्र मिला है.

मलिक ने कहा, "मेरी लड़ाई एनसीबी के खिलाफ नहीं है. उन्होंने पिछले 35 वर्षो में अच्छा काम किया है. मैं एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ लड़ रहा हूं, जिसने लोगों से पैसे वसूले हैं. मेरा अनुमान 1,000 करोड़ रुपये से अधिक है. एनसीबी ने पहले ही जांच शुरू कर दी है और उन्हें चार पन्नों के पत्र में उठाए गए बिंदुओं पर गौर करना चाहिए." कथित पत्र पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए, एनसीबी के उप महानिदेशक, दक्षिण पश्चिम क्षेत्र मुथा अशोक जैन ने कहा, "मैंने पत्र देखा है. हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे." वानखेड़े और उनके परिवार द्वारा सोमवार को खुलासा किए गए जन्म प्रमाण पत्र पर आरोपों को खारिज करते हुए, मलिक ने उन्हें कोई भी मामला या आपराधिक मानहानि दर्ज करने के लिए 'खुली चुनौती' जारी की. उन्होंने कहा कि वह गिरफ्तारी का सामना करेंगे और मामले को अदालतों के समक्ष रखेंगे. यह भी पढ़ें : Aryan Khan Drug Case: आर्यन खान के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में पेश हो सकते हैं पूर्व एजी मुकुल रोहतगी

भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मोहित (कम्बोज) भारतीय ने पलटवार करते हुए कहा कि 4-पेज का पत्र फर्जी है, यहां तक कि एनसीबी के गवाह प्रभाकर सेल द्वारा प्रस्तुत हलफनामा फर्जी था. उन्होंने मंत्री से पद का दुरुपयोग के लिए इस्तीफे की मांग की. भारतीय ने मीडियाकर्मियों से कहा, "मंत्री पहले दिन से झूठ बोल रहे हैं.. मलिक के कहने पर सेल का हलफनामा.. यह सब एनसीबी और भाजपा को बदनाम करने के लिए किया गया है. मुझे अपनी जान का डर है और मैं सुरक्षा की मांग करता हूं. मैं मानहानि का मुकदमा दायर कर रहा हूं." एक और गंभीर आरोप लगाते हुए, मंत्री ने कहा कि वानखेड़े दो व्यक्तियों के फोन को अवैध रूप से टैप कर रहा है, एक मुंबई में और दूसरा ठाणे में. मलिक ने कहा, "मेरे पास उनका पूरा विवरण है .. और उचित समय पर और खुलासा करूंगा. अधिकारी ने मुंबई पुलिस से मेरी बेटी नीलोफर मलिक का सीडीआर विवरण कैसे मांगा? क्या वह अपराधी है? पुलिस ने वानखेड़े की मांगों को खारिज कर दिया है.

मंत्री ने अपने आरोप को दोहराया कि वानखेड़े ने एक आरक्षित वर्ग में केंद्र सरकार की नौकरी पाने के लिए कथित तौर पर एक फर्जी जाति प्रमाण पत्र जमा किया है. उन्होंने कहा, "भाजपा इसे हिंदू-मुस्लिम लड़ाई के रूप में चित्रित करने की कोशिश कर रही है.. अपने 45 वर्षो के सार्वजनिक जीवन में, मैंने कभी धर्म के नाम पर राजनीति नहीं की और लोग इसे अच्छी तरह से जानते हैं. लेकिन वानखेड़े ने एक गरीब दलित को वंचित कर दिया है. लड़के ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आरक्षित कोटे में उसकी नौकरी हड़प ली." 4-पेज की सामग्री पर, मलिक ने कहा कि इसमें लगभग 26 अलग-अलग मामलों का विवरण है जिसमें एजेंसी द्वारा लोगों को जानबूझकर फंसाने और पैसे की उगाही करने के बारे में जानकारी है. उन्होंने कहा, "मैं इसे उचित जांच के लिए एनसीबी की सतर्कता समिति को भेज रहा हूं और उम्मीद है कि सच्चाई सामने आएगी."

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