बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान से युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार थी भारतीय सेना: बिपिन रावत
बालाकोट हमले के बाद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सरकार के प्रमुख लोगों को स्पष्ट रूप से बता दिया था कि सेना पाकिस्तान द्वारा किए जाने वाले किसी भी जमीनी हमले से निपटने और शत्रु की सीमा के भीतर युद्ध लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है. सेना के शीर्ष सूत्रों ने यह जानकारी दी है.
नई दिल्ली. बालाकोट हमले (Balakot strikes) के बाद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत (Army Chief General Bipin Rawat) ने सरकार के प्रमुख लोगों को स्पष्ट रूप से बता दिया था कि सेना पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा किए जाने वाले किसी भी जमीनी हमले से निपटने और शत्रु की सीमा के भीतर युद्ध लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है. सेना के शीर्ष सूत्रों ने यह जानकारी दी है. सूत्रों ने पीटीआई भाषा को बताया कि भारतीय सेना (Indian Army) पाकिस्तान के साथ परंपरागत युद्ध के लिये तैयार थी और इसमें पाकिस्तानी सीमा के अंदर जाना भी शामिल था. पुलवामा आतंकी हमले के बाद सरकार जब हवाई हमले करने समेत विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही थी तब सेना प्रमुख ने सरकार को अपने बल की तैयारियों के बारे में बताया था.
सूत्रों ने कहा कि जनरल रावत ( Bipin Rawat) ने सेवानिवृत्त हो रहे सैन्य अधिकारियों के एक समूह से बंद कमरे में बातचीत के दौरान सोमवार को कहा कि बालाकोट हमले (Balakot Airstrike) के बाद बल पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) द्वारा की जाने वाली किसी आक्रामकता से निपटने के लिए युद्धक रूप तैयार है. यह भी पढ़े-पाकिस्तान ने भारत के लिए खोला एयर स्पेस, बाहरी विमानों के एंट्री पर लगे बैन को हटाया- बालाकोट स्ट्राइक के बाद से था बंद
जनरल रावत ( Bipin Rawat) की टिप्पणी की व्याख्या करते हुए सेना के एक अधिकारी ने कहा कि सेना प्रमुख यह कहना चाह रहे थे कि सेना युद्ध को पाकिस्तानी सीमा में ले जाने के लिये तैयार थी.
सूत्रों ने कहा कि सितंबर 2016 में उरी आतंकी हमले (Uri Terror Attack) के बाद भारतीय सेना (Indian Army) ने 11 हजार करोड़ रुपये के आयुध खरीद अनुबंधों को अंतिम रूप दिया था और उसे इसमें से 95 फीसद मिल भी चुके हैं.
गौरतलब है कि पुलवामा हमले (Pulwama Terror Attack) के जवाब में भारतीय वायुसेना (IAF) ने 26 फरवरी को पाकिस्तान (Pakistan) की सीमा में बालाकोट (Balakot) के निकट जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी प्रशिक्षण समूह पर बमबारी की थी.