जम्मू. भारतीय सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने राष्ट्रीय रायफल्स के ऑफिसर मेजर गोगोई को पकड़े जाने के बाद उठे विवाद पर बड़ा बयान दिया है. रावत ने स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर नियम का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो गोगोई के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं सेना प्रमुख रावत के बयान के बाद मेजर गोगोई के खिलाफ मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बिठा दी गई है. इस मामले की जांच के लिए दो सदस्यों की टीम गठित की गई है.
बता दें कि पहलगाम में आर्मी गुडविल स्कूल दौरे पर मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर कहा कि दोषी पाए जाने पर ऐसी कर्रवाई की जाएगी जो बाकियों के लिए उदाहरण बन जाएगी. उन्होंने कहा भारतीय सेना का कोई रैंक का भी अधिकारी हो लेकिन अगर कोई गलत करता है तो उसे सजा मिले.
Court of Inquiry ordered by the Army against Major Gogoi: Sources
— ANI (@ANI) May 25, 2018
बता दें कि कश्मीर में मानव ढाल के रूप में एक पत्थरबाज को अपनी जीप के आगे बांधने वाले मेजर लीतुल गोगोई उस वक्त विवादों से घिर गए हैं. जब राज्य की पुलिस ने डल झील इलाके में एक होटल में विवाद होने पर गोगोई को एक व्यक्ति और एक महिला सहित हिरासत में ले लिया था. लेकिन मैजिस्ट्रेट के सामने महिला का बयान दर्ज कराए जाने के बाद उन्हें भी छोड़ दिया गया.
If anyone in Indian Army, at any rank, does any wrong & it comes to our notice then strictest action will be taken. If Major Gogoi has done something wrong then I can say that he will be given due punishment & the punishment will be such that it will set an example: Army Chief pic.twitter.com/vO2hdeqilx
— ANI (@ANI) May 25, 2018
बीते साल नौ अप्रैल को एक वीडियो में जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर में हिंसा के बीच उपचुनाव के दौरान बडगाम में पत्थरबाजों से निपटने के लिए एक युवक को सेना की जीप के बोनट से बंधा दिखाया गया था. बाद में युवक की पहचान फारूक अहमद डार के रूप में हुई थी. जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने गोगोई के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है, जिसकी जांच जारी है.