मेजर गोगोई के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश, आर्मी चीफ ने कड़ी कार्यवाई के दिए थे संकेत
दो सदस्यों की टीम इस मामले की करेगी जांच

जम्मू. भारतीय सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने राष्ट्रीय रायफल्स के ऑफिसर मेजर गोगोई को पकड़े जाने के बाद उठे विवाद पर बड़ा बयान दिया है. रावत ने स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर नियम का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो गोगोई के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं सेना प्रमुख रावत के बयान के बाद मेजर गोगोई के खिलाफ मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बिठा दी गई है. इस मामले की जांच के लिए दो सदस्यों की टीम गठित की गई है.

बता दें कि पहलगाम में आर्मी गुडविल स्कूल दौरे पर मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर कहा कि दोषी पाए जाने पर ऐसी कर्रवाई की जाएगी जो बाकियों के लिए उदाहरण बन जाएगी. उन्होंने कहा भारतीय सेना का कोई रैंक का भी अधिकारी हो लेकिन अगर कोई गलत करता है तो उसे सजा मिले.

Court of Inquiry ordered by the Army against Major Gogoi: Sources

बता दें कि कश्मीर में मानव ढाल के रूप में एक पत्थरबाज को अपनी जीप के आगे बांधने वाले मेजर लीतुल गोगोई उस वक्त विवादों से घिर गए हैं. जब राज्य की पुलिस ने डल झील इलाके में एक होटल में विवाद होने पर गोगोई को एक व्यक्ति और एक महिला सहित हिरासत में ले लिया था. लेकिन मैजिस्ट्रेट के सामने महिला का बयान दर्ज कराए जाने के बाद उन्हें भी छोड़ दिया गया.

बीते साल नौ अप्रैल को एक वीडियो में जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर में हिंसा के बीच उपचुनाव के दौरान बडगाम में पत्थरबाजों से निपटने के लिए एक युवक को सेना की जीप के बोनट से बंधा दिखाया गया था. बाद में युवक की पहचान फारूक अहमद डार के रूप में हुई थी. जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने गोगोई के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है, जिसकी जांच जारी है.