अगर मुझे कुछ हुआ तो उसके जिम्मेदार पीएम मोदी होंगे: अन्ना हजारे
अनशन पर बैठे अन्ना हजारे की तबियत बिगड़ी (Photo Credits: IANS)

नई दिल्ली: समाजसेवी अन्ना हजारे (Anna Hazare) महाराष्ट्र के रालेगण सिद्धी में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं. आज उनकी अनशन का चौथा दिन है. इस बीच सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा है कि अगर उनके साथ कुछ हुआ तो जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराएंगे. दरअसल उनकी तबियत लगातार खराब हो रही है जिसके चलते डॉक्टरों ने उन्हें जल्द अनशन खत्म करने की सलाह दी है.

गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा, 'लोग मुझे ऐसे इंसान के तौर पर याद रखेंगे जो स्थिति से निपटता था, ऐसे इंसान के तौर पर नहीं जो आग भड़काता था. अगर मुझे कुछ हुआ तो लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार मानेंगे.' उन्होंने कहा कि लोकपाल के जरिए प्रधानमंत्री के खिलाफ भी जांच हो सकती है, अगर लोग उनके खिलाफ कोई सबूत पेश करते हैं.

अन्ना हजारे केंद्र और महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार निरोधक निगरानीकर्ताओं की नियुक्ति तथा किसानों के मुद्दों को लेकर अनशन पर बैठे हैं. अनशन के तीसरे दिन से अन्ना की तबियत बिगड़ रही है. उनकी देखरेख कर रहे डॉक्टर धनंजय पोटे के मुताबिक अन्ना हज़ारे का ब्लड प्रेशर काफी ज्यादा हो गया है. वहीं रालेगण सिद्धि गांव में अनशन पर बैठे अन्ना और उनके समर्थकों ने केंद्र और राज्य सरकारों पर मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है.

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भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले अन्ना ने अनशन से पहले कहा था कि यह हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तब सरकार सत्ता में आने से पहले किए गए अपने वादों जैसे लोकायुक्त कानून बनाने, लोकपाल नियुक्त किये जाने तथा किसानों के मुद्दे सुलझाने को पूरा नहीं कर देती.

बुधवार दोपहर मीडिया से बात करते वक्त हजारे ने दावा किया कि बीते पांच वर्षो में उन्होंने लोकपाल प्राधिकरण को लागू करने के लिए करीब 35 पत्र प्रधानमंत्री को लिखे लेकिन उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया.