नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने देश की शीर्ष कोर्ट के फैसले से छेड़छाड़ के मामले में दो पूर्व कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. सुप्रीम कोर्ट में बतौर असिस्टेंट रजिस्ट्रार कार्यरत मानव शर्मा और तपन कुमार चक्रवर्ती को रविवार को पकड़ा गया है. दरअसल रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के अध्यक्ष अनिल अंबानी को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट की अवमानना के एक मामले में पेश होने का निर्देश दिया था. जिसे इन दोनों कर्मचारियों ने हेरफेर कर बदल दिया.
जानकारी के मुताबिक एरिक्सन केस की सुनवाई के दौरान अनिल अंबानी से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के आदेश को असिस्टेंट रजिस्ट्रार मानव और तपन ने लिखने के दौरान बदल दिया. कोर्ट ने कारोबारी अनिल अंबानी को अगली सुनवाई में खुद पेश होने का आदेश दिया था, लेकिन इन दोनों कर्मचारियों ने आदेश लिखते समय ‘नॉट’ शब्द को निकाल दिया. साथ ही फैसले की कॉपी को सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया. जिसके बाद यह पूरा मामला सामने आया. मामले का खुलासा होने पर सुप्रीम कोर्ट ने जांच के आदेश दिए. जांच में दोषी पाए जाने पर दोनों कर्मचारियों को फरवरी महीने में बर्खास्त कर दिया गया.
दिल्ली पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया जहां उन्हें सात दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट के अडिशनल रजिस्ट्रार ने दोनों के खिलाफ 1 मार्च को केस दर्ज करवाया था.
दरअसल, यह मामला अनिल के नेतृत्व वाली रिलायंस कम्युनिकेशंस पर दूरसंचार उपकरण बनाने वाली स्वीडन की कंपनी एरिक्सन के करीब 550 करोड़ रुपये के बकाया का निपटारा करने से जुड़ा है. शीर्ष कोर्ट के आदेश के मुताबिक अनिल अगर एरिक्सन का बकाया नहीं चुकाते तो उन्हें न्यायालय की मानहानि के मामले में जेल जाना पड़ता. बहरहाल, आरकॉम ने तय समयसीमा खत्म होने से एक दिन पहले ही एरिक्सन को 550 करोड़ रुपये के बकाये का भुगतान कर दिया. आरकॉम के मुताबिक इस संकट की घड़ी में बड़े भाई मुकेश अंबानी ने छोटे भाई अनिल अंबानी की मदद की जिससे बकाये का भुगतान संभव हो पाया.