SC के फैसले से नाराज संतों ने सरकार को चेताया, कहा- 2019 चुनाव से पहले राम मंदिर नहीं बनवाया तो भगवान देगा सजा
अखिल भारतीय संत समिति (Photo Credit-Twitter ANI)

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या में राम मंदिर की सुनवाई को जनवरी तक टालने के फैसले से संत समाज में नाराजगी है. मामले में अखिल भारतीय संत समिति अयोध्या राम मंदिर के मुद्दे को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है. दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित धर्मादेश कार्यक्रम में देशभर से साधु-संत आए हुए हैं. शनिवार को देशभर के अलग-अलग स्थानों से करीब 3,000 की संख्या में साधु-संत यहां जमा हुए. राजधानी के तालकटोरा स्टेडियम में संत समाज राम मंदिर निर्माण आन्दोलन का आगाज कर रहा है. शनिवार से शुरू हुआ यह द्विदिवसीय कार्यक्रम रविवार को खत्म हो रहा है.

कार्यक्रम में पहुंचे स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि राम मंदिर या तो अध्यादेश के जरिए बन सकता है या फिर सौहार्दपूर्ण माहौल से बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अब हालात काबू से बाहर हो रहे हैं और हमारा सब्र टूट रहा है. यह भी पढ़ें- सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान, कहा- दिवाली पर राम के नाम का जलाएं दीया, जल्दी ही शुरू होगा काम

राम मंदिर हमारा अधिकार 

स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि हम अयोध्या में राम मंदिर चाहते हैं. जब सुप्रीम कोर्ट एक आतंकी के लिए आधी रात को खुल सकता है तो फिर धार्मिक आस्था का मामला क्यों टाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोर्ट का सम्मान है लेकिन राम मंदिर हमारा अधिकार है. स्वामी ने कहा कि अगर सरकार 2019 चुनाव से पहले राम मंदिर बनवाने में नाकाम रहती है तो भगवान उन्हें सजा देगा. उन्होंने कहा कि कोई इसे लेकर गंभीर हो या नहीं लेकिन संत समाज मंदिर को लेकर गंभीर है.

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इस मौके पर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने भी कार्यक्रम में शिरकत की. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर श्री-श्री ने कहा कि हम हमेशा से मंदिर निर्माण के पक्षधर हैं. बता दें कि श्री श्री रविशंकर राम मंदिर निर्माण के लिए मुस्लिम पक्षकारों से सुलह की कोशिश कर चुके हैं. श्री श्री की राम मंदिर निर्माण की कोशिश अभी भी जारी है. तालकटोरा स्टेडियम में श्रीश्री ने कहा कि वे संतों से बात करने के बाद ही इस मामले में कोई टिप्पणी करेंगे.