हैदराबाद: देश में ईंधन की बढ़ती कीमतों के विरोध में प्रदर्शन के बीच आंध्र प्रदेश सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम 2-2 रुपये/लीटर कम कर दिए है. इसका ऐलान खुद सूबे के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने किया. राज्यभर में पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें मंगलवार से लागू हो जाएंगी.
पेट्रोल और डीजल की कीमत में तेजी सोमवार को भी बनी रही और रुपये की विनिमय दर में गिरावट के कारण आयात महंगा होने से यह नई ऊंचाई पर पहुंच गई. सार्वजनिक क्षेत्र की खुदरा ईंधन कंपनियों द्वारा अधिसूचना नई दरों के अनुसार पेट्रोल का भाव सोमवार को 23 पैसे लीटर और डीजल 22 पैसे लीटर बढ़ गया है.
सीएम नायडू ने कहा कि राज्य में मंगलवार से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दो रुपये की कटौती की जाएगी. आपको यह भी बता दें कि आंध्र प्रदेश सरकार पेट्रोल पर 36.42 पर्सेंट और डीजल पर 29.12 पर्सेंट टैक्स (सेल्स टैक्स/वैट) वसूलती है.
The new rates of petrol and diesel will come into effect from tomorrow morning, orders for the same will be issued later today. https://t.co/XrIM1YdAwL
— ANI (@ANI) September 10, 2018
गौरतलब हो कि पट्रोल और डीजल के दाम में तेजी को लेकर कांग्रेस के आह्वान पर विपक्षी दलों ने सोमवार को ‘भारत बंद’’ का आयोजन किया. विपक्ष ईंधन को सस्ता करने के लिए कर घटाने की मांग कर रहा है. सभी विपक्षी दल पेट्रोल-डीजल को GST के दायरे में लाने की मांग कर रहे है.
अगस्त के मध्य से पेट्रोल की कीमत 3.65 रुपये लीटर जबकि डीजल 4.06 रुपये लीटर महंगा हुआ है. इसका प्रमुख कारण अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपये के रिकार्ड न्यूनतम स्तर पर पहुंचना है.
खुदरा ईंधन की कीमत में करीब आधा हिस्सा केंद्रीय तथा राज्यों के कर का है. तेल कंपनियों के अनुसार रिफाइनरी में पेट्रोल की लागत करीब 40.50 रुपये लीटर है जबकि डीजल 43 रुपये लीटर बैठता है.
केंद्र फिलहाल पेट्रोल पर 19.48 रुपये लीटर जबकि डीजल पर 15.33 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क वसूलती है. इसके ऊपर राज्य सरकारें मूल्य वद्धिर्त कर (वैट) लगाती हैं. सबसे कम वैट अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में है. वहां दोनों ईंधन पर छह प्रतिशत कर वसूला जाता है. वहीं मुंबई में पेट्रोल पर वैट सर्वाधिक 39.12 प्रतिशत जबकि तेलंगाना में डीजल पर सर्वाधिक 26 प्रतिशत वैट है. दिल्ली में पेट्रोल और डीजल पर वैट क्रमश: 27 प्रतिशत और 17.24 प्रतिशत है. दिल्ली में कर की दरें कम होने से ईंधन की कीमत सभी महानगरों तथा राज्यों की राजधानी में सबसे कम है.