अमृतसर: रावण दहन के मौके पर अमृतसर में जोड़ा फाटक के पास शुक्रवार को हुए ट्रेन हादसे में अब एक नया मोड़ आया है. हादसे की जिम्मेदारी से प्रशासन लगातार पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहा है, लेकिन मामले में हुए नए खुलासे ने पुलिस की पोल खोल कर रख दी है. इस आयोजन के लिए दशहरा कमेटी ने बाकायदा खत लिखकर पुलिस से सुरक्षा व्यवस्था की मांग की थी और पुलिस ने इस कार्यक्रम को आयोजित करने की मंजूरी भी दी थी.
असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर दलजीत सिंह ने दशहरा कमेटी को दिए जवाब में कहा था कि पुलिस को दशहरा कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर कोई आपत्ति नहीं है. यानी आयोजन के लिए पुलिस ने ग्रीन सिग्नल दिया था. पुलिस ने अपनी तरफ से आयोजकों को एनओसी दे दी थी. मामले में अब पुलिस का कहना है कि धोबी घाट मैदान पर दशहरा उत्सव के लिए मंजूरी दी गई थी लेकिन आयोजकों ने इसकी मंजूरी नगर निगम से नहीं ली थी. अमृतसर रेल हादसा: DRM ने बताया तेज रफ्तार का सच, कहा दुर्घटना के बाद ट्रेन रोकी थी, भीड़ ने हमला किया तो आगे बढ़ गए
#AmritsarTrainAccident: Dussehra committee had written a letter (pic 1) to police seeking security arrangements for Dussehra celebrations at Dhobi Ghat, Golden Avenue in Amritsar. Assistant Sub-Inspector Daljeet Singh reverted (pic 2) that police have no objections in this regard pic.twitter.com/cu7QXbXZV7
— ANI (@ANI) October 20, 2018
गौरतलब है कि अभी तक यह माना जा रहा था कि आयोजकों के पास इस कार्यक्रम की मंजूरी नहीं थी लेकिन अब इस खुलासे से सामने आया है कि पुलिस ने कार्यक्रम की मंजूरी दी थी. वहीं, केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा का कहना है कि स्थानीय प्रशासन ने रेलवे को रावण दहन की कोई जानकारी नहीं दी थी. अमृतसर रेल हादसा: पत्नी नवजोत कौर पर लग रहे आरोपों पर सिद्धू ने कहा- जब दुर्घटना होती है तो किसी को बताकर नहीं होती