Lok Sabha Elections 2024: अमित शाह का दावा, लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में ही PM मोदी 100 सीटें जीत चुके हैं
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Lok Sabha Elections 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दावा किया कि लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सौ सीटें जीत चुके हैं.सात चरणों के लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल और दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान हुआ था.उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतेगी.उन्होंने कहा, "दोनों प्रधानों का खाता नहीं खुला है। लोगों ने देश की विकास और समृद्धि को चुना है.राम मंदिर का निर्माण पांच साल में हुआ. कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने राम मंदिर को लटकाए रखा था."

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव वोट बैंक के डर से राम मंदिर नहीं गए.केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''यह चुनाव राम भक्तों पर गोलियां चलाने वालों और राम मंदिर बनाने वालों के बीच है.''

अमित शाह ने कहा, "जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटा दी गई, जबकि कांग्रेस ने कहा था कि वह धारा 370 को हटाने की अनुमति नहीं देगी. हमने सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया."मुझे बताओ कि कश्मीर भारत का हिस्सा है या नहीं. जब हमने धारा 370 हटाई, तो 'राहुल बाबा' ने कहा कि खून की नदियां बहेंगी, लेकिन पीएम मोदी के शासन में एक कंकड़ भी नहीं हिला.पहले आतंकवादी हमले होते थे। पीएम मोदी ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक कर करारा जवाब दिया." यह भी पढ़े :RSS CHIEF ON RESERVATION: आरएसएस चीफ मोहन भागवत का बड़ा बयान,कहा – संविधान सम्मत आरक्षण को हमारा हमेशा से समर्थन -Video

गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार आरक्षण के समर्थन में है और "आरक्षण को कोई हटा नहीं सकता".उन्होंने लोगों से भाई-भतीजावाद को हराने और पीएम मोदी को जिताने की अपील करते हुए कहा, "हम किसी को आरक्षण नहीं हटाने देंगे. विपक्ष ने झूठ की फैक्ट्री खोल रखी है. समाजवादी पार्टी के शासनकाल में पलायन हुआ था. पीएम मोदी ने भाई-भतीजावाद खत्म किया. साथ ही इस देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिलता रहेगा."

पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि पीएम मोदी ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है.उन्होंने सवाल किया, "वे पिछड़ों के बारे में बात करते हैं, लेकिन जब कल्याण सिंह की मृत्यु हुई, तो ये लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने नहीं गए.वहीं, मुख्तार अंसारी के घर चले गए.क्या वे पिछड़े समुदाय के लोगों का सम्मान करेंगे?"