
नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा (JP Nadda) ने रविवार को जनसंघ के संस्थापक डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनके बलिदान दिवस पर नमन किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी. शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के लिए सिर्फ राष्ट्र सर्वोपरि था इसीलिए उन्होंने सत्ता का त्याग कर देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया.
उन्होंने कहा कि एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान के विरुद्ध डॉ. मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत का पहला राष्ट्रवादी आंदोलन छेड़ा था. शाह ने दावा किया कि भारत के पुनर्निर्माण के उद्देश्य से डॉ. मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की थी . आज यदि हम जम्मू-कश्मीर में बिना परमिट के जा सकते हैं और पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है तो उसके पीछे डॉ. मुखर्जी का बलिदान है. यह भी पढ़े: शपथ से पहले नमन: पीएम मोदी ने बापू , अटल की समाधी और वॉर मेमोरियल में शहीदों को दी श्रद्धांजलि
Delhi: Union Home Minister Amit Shah, BJP Working President JP Nadda and other leaders of the party pay tribute to Dr Shyama Prasad Mukherjee on his death anniversary today, at BJP Headquarters. pic.twitter.com/w2lKn1fZN2
— ANI (@ANI) June 23, 2019
उन्होंने कहा कि ऐसे अभिजात देशभक्त के बलिदान दिवस पर उनके चरणों में कोटि-कोटि वंदन.अमित शाह और जे पी नड्डा ने भाजपा मुख्यालय में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को पुष्पांजलि अर्पित की. भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इस अवसर पर कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी किसी पद से जुड़े व्यक्ति नहीं थे और वह देश की सेवा करने के लिए आगे बढे थे. नड्डा ने बताया कि उन्होंने कहा था कि भारत के तिरंगे का ही सम्मान होना चाहिए इसीलिए दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे . उन्हीं के बलिदान के कारण ही आज जम्मू कश्मीर से परमिट की व्यवस्था समाप्त हुई है.