संसद भवन की सीढ़ियों से गिरे सांसद प्रताप सारंगी का आरोप- 'राहुल गांधी ने दिया धक्का', कांग्रेस नेता बोले कैमरे में सब कैद
भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सारंगी गुरुवार को संसद में चोटिल हो गए. वो संसद भवन की सीढ़ियों से गिर गए और उन्हें व्हील चेयर पर बाहर ले जाया गया. उनका आरोप है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें धक्का दिया जिससे वो गिर गए और जख्मी हो गए.
नई दिल्ली, 19 दिसंबर : भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सारंगी गुरुवार को संसद में चोटिल हो गए. वो संसद भवन की सीढ़ियों से गिर गए और उन्हें व्हील चेयर पर बाहर ले जाया गया. उनका आरोप है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें धक्का दिया जिससे वो गिर गए और जख्मी हो गए.
सारंगी ने कहा, “मैं सीढ़ियों पर खड़ा था. तभी राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया और वो मेरे ऊपर गिर गए. जिससे मैं गिर गया और मुझे चोट लग गई.” वहीं, राहुल गांधी ने इस पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “कैमरे में सब कैद होगा. मैं सदन में जाने की कोशिश कर रहा था. इस बीच, भाजपा के सांसदों ने मुझे धकेला और धमकाया. खड़गे जी को भी धक्का लगा. ” यह भी पढ़ें : Rahul Gandhi: ‘बीजेपी सांसद ने मुझे धकेला, कैमरे में सब कैद है’, प्रताप सारंगी को धक्का देने के आरोप पर बोले राहुल गांधी (Watch Video)
उन्होंने आगे कहा, “हमें धक्का मुक्की से कुछ नहीं होता है. हम संसद के अंदर जा रहे थे. भाजपा के सांसद हमें संसद जाने से रोक नहीं सकते हैं.” राहुल ने कहा, “संसद में जाना मेरा अधिकार है. मुझे कोई रोक नहीं सकता है. मैं संसद के भीतर जाना चाहता था. लेकिन, मुझे रोका गया. भाजपा के सांसद मुझे लगातार रोकने की कोशिश कर रहे थे. वो मुझे प्रवेश द्वार पर रोकने की कोशिश कर रहे थे. ”
कांग्रेस सांसद बोले, “यह लोग लगातार संविधान पर प्रहार कर रहे हैं. यह लोग बीआर अंबेडकर की स्मृति को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. इस बीच, प्रियंका गांधी से भी सवाल किया गया कि क्या आपके साथ भी धक्का-मुक्की हुई है, तो उन्होंने इस पर किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से साफ इनकार कर दिया.
बता दें कि संसद भवन परिसर में इंडिया ब्लॉक के नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब अंबडेकर के संदर्भ में की गई टिप्पणी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी नेता अमित शाह का इस्तीफा मांग रहे हैं. यह विरोध प्रदर्शन डॉ अंबडेकर की प्रतिमा से लेकर मकर द्वार तक किया जा रहा है.