प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), 6 सितम्बर: इलाहाबाद विश्वविद्यालय (Allahabad University) (एयू) ने न केवल परिसर में एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक का उपयोग बंद करने का फैसला किया है, बल्कि परिसर के बाहर इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने का भी फैसला किया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर को सभी रूपों में एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक से मुक्त बनाने के प्रयासों का नेतृत्व करने के लिए वरिष्ठ संकाय सदस्यों और शोध विद्वानों को शामिल किया है. यह भी पढ़े:Uttar Pradesh: इटावा में पिछले 1 महीने में बुखार के 5,500 केस, Viral Fever के 95 मामले
कुलपति प्रो संगीता श्रीवास्तव (Sangeeta Srivastava) की पहल पर प्रोफेसर मोहन प्रसाद (Mohan Prasad) की अध्यक्षता में 'एकल उपयोग प्लास्टिक के उन्मूलन के लिए समिति' ('Committee for the Elimination of Single Use Plastic') नामक एक समर्पित टीम का गठन किया गया है. कार्य के लिए गठित समिति में प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष (एचओडी) भी शामिल हैं. जागरूकता अभियान और विभागों के दौरे जैसे कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है ताकि शिक्षकों और छात्रों को एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक को छोड़कर काम करने की अधिक पर्यावरण-अनुकूल शैली को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा सके.
एयू की जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) जया कपूर के अनुसार, "विश्वविद्यालय प्रशासन परिसर को सिंगल-यूज प्लास्टिक से मुक्त करने के लिए ²ढ़ संकल्पित है और इसलिए इसे परिसर में प्रतिबंधित कर दिया गया है. "विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सितंबर 2019 में देश भर के उच्च शिक्षा संस्थानों को सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे.