इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो का प्रसार एक बड़ा खतरा है जो हमारे समाज को अपमानित कर रहा है. कोर्ट ने कहा कि ऐसे मामलों में यूपी पुलिस के अधिकारियों को जांच करते समय उच्चतम दक्षता सुनिश्चित करनी चाहिए. पीठ का भी मानना ​​था कि ऐसे मामलों में यूपी पुलिस की जांच की गुणवत्ता "बहुत कमजोर" है जिससे "सामाजिक टकराव" होने लगेगा.

यह आदेश पारित करने का अवसर सूरज नाम के एक व्यक्ति द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान आया, जिसमें सोशल मीडिया पर एक महिला के वीडियो कथित रूप से प्रसारित करने के आरोप में उसके खिलाफ दर्ज मामले में जमानत मांगी गई थी.

(SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पोस्ट लेटेस्टली के विचारों और भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, हम इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करते हैं.)