नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मामलों की संख्या मंगलवार शाम तक बढ़कर 18601 हो गई है और इस महामारी की चपेट में आने वाले 3252 लोग ठीक होकर घर लौट चुके है. इस बीच इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने मंगलवार को सभी राज्यों से नई रैपिड टेस्ट किट (Rapid Testing Kit) को दो दिन तक इस्तेमाल नहीं करने के लिए कहा है. दरअसल रैपिड टेस्ट किट में खामियों की शिकायत कुछ राज्यों ने की है.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेडकर (Raman Gangakhedkar) ने आज मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि राज्यों को दो दिनों के लिए रैपिड टेस्टिंग किट का उपयोग नहीं करने की सलाह दी गई है. रिजल्ट में बहुत भिन्नताएं आ रहीं थीं जिसके चलते ऑन ग्राउंड टीमों द्वारा किट परीक्षण के बाद दो दिनों में एडवाइजरी जारी की जाएगी. पिछले 24 घंटे में मिले कोरोना के 1336 नए मरीज, 705 संक्रमित हुए ठीक- सुधार प्रतिशत भी बढ़ा
States advised not to use rapid testing kits for two days. A lot of variations, kits will be tested and validated by on-ground teams and we will give advisory in the next 2 days: R Gangakhedkar, Indian Council of Medical Research (ICMR) pic.twitter.com/rWGe5a3T9Z
— ANI (@ANI) April 21, 2020
दरअसल राजस्थान और पश्चिम बंगाल ने नई रैपिड टेस्ट किट की रिपोर्ट सही नहीं आने की शिकायत सरकार से की थी. जिसके बाद राजस्थान में रैपिड टेस्ट किट के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. आरोप है कि रैपिड टेस्ट किट संक्रमितों के भी नतीजे निगेटिव बता रहा है. इस किट को कई जगहों पर कोरोना जांच में फेल पाया गया है.
#WATCH Live from Delhi - Union Ministry of Health & Family Welfare briefing on COVID19 situation. (21st April) https://t.co/80HaV7Ae4u
— ANI (@ANI) April 21, 2020
आईसीएमआर ने कहा है कि उसने देश में अब तक चार लाख 49 हजार से अधिक कोरोना परीक्षण किए गए हैं. सोमवार को कुल 35,852 परीक्षण किए गए थे, इनमें से 6,076 सैंपलों का टेस्ट 86 निजी प्रयोगशालाओं में किया गया और बाकी परीक्षण आईसीएमआर नेटवर्क की 201 प्रयोगशालाओं में किया गया.