Rajpal Yadav Passes Away: नहीं रहे अखिलेश यादव के चाचा राजपाल यादव, लंबी बीमारी के चलते गुरुग्राम में निधन, आज सैफई में होगा अंतिम संस्कार
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा राजपाल सिंह यादव का आज सुबह तड़के गुरुग्राम में निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था. उनके निधन के बाद सपा परिवार में शोक की लहर दौड़ पड़ी, और हर कोई श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर पहुंच रहा है.
Rajpal Yadav Passes Away: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा राजपाल सिंह यादव का आज सुबह तड़के गुरुग्राम में निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था. उनके निधन के बाद सपा परिवार में शोक की लहर दौड़ पड़ी, और हर कोई श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर पहुंच रहा है.
राजपाल सिंह के निधन पर एसपी नेता रामगोपाल यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, "मैं अत्यंत दुख के साथ ये सूचित कर रहा हूं कि मेरे अनुज राजपाल सिंह का आज सुबह चार बजे गुरुग्राम के एक अस्पताल में असामयिक निधन हो गया है. उनका अंतिम संस्कार मेरे पैतृक गांव सैफई में आज दोपहर बाद किया जाएगा. प्रभु उनकी आत्मा को शांति दे और उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें। ॐ शांति!" ! यह भी पढ़े: RIP Mulayam Singh Yadav: पिता मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अखिलेश का भावुक ट्वीट, ‘पहली बार लगा कि बिन सूरज के उगा सवेरा’
रामपाल ने जताया दुख
राजपाल यादव के निधन पर समाजवादी पार्टी की तरफ से लोगों को सूचित करने के साथ ही दुख जताया गया है. एसपी के सोशल अकाउंट एक्स पर लिखा गया. अत्यंत दुखद!
श्रद्धेय नेताजी के अनुज श्री राजपाल यादव जी का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में लंबे इलाज के बाद आज प्रात: निधन हो गया है. अंतिम संस्कार आज दोपहर के बाद सैफ़ई में किया जाएगा. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें, भावपूर्ण श्रद्धांजलि!
राजपाल यादव का निधन
सैफई में शोक की लहर
राजपाल यादव के निधन से पार्टी और उनके परिवार में शोक की लहर है. उनके निधन की खबर जैसे ही सैफई में लोगों को लगी लोग दुखी हो गए और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं
मुलायम सिंह यादव के तीसरे नंबर के छोटे भाई थे . राजपाल यादव
बता दें कि राजपाल यादव, समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के तीसरे नंबर के छोटे भाई थे. राजपाल यादव की पत्नी इटावा जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी थीं और वह मुलायम परिवार की पहली बहू थीं, जिन्होंने राजनीति में कदम रखा था.