JNU छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष ने जामिया के बाहर दिया बड़ा बयान, कहा- कश्मीर से ही शुरू हुई संविधान में छेड़छाड़
जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) की छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष (Aishe Ghosh) ने कश्मीर (Kashmir) मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है. घोष ने बुधवार यानि आज जामिया मिलिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) के बाहर कहा कि कश्मीर को अलग करते हुए हम आंदोलन नहीं जीत सकते. घोष ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ जो लड़ाई चल रही है उसमें हम कश्मीर को पीछे नहीं छोड़ सकते. कश्मीर से ही संविधान में छेड़छाड़ शुरू हुई है.

बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली स्थित प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान जवाहरलाल नेहरु युनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) में हाल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) और लेफ्ट के छात्र आपस में भीड़ गए थे. इस झड़प में जेएनयू (JNU) की अध्यक्ष आइशी घोष (Aishe Ghosh) भी काफी चर्चा में रही थीं. इस हिंसा में जेएनयू अध्यक्ष आइशी घोष गंभीर रूप से घायल भी हो गई थीं और उनके सिर में चोटें आई थी.

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बता दें कि बीते 5 जनवरी को देर शाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) और लेफ्ट के छात्र आपस में भीड़ गए थे. वहीं इस मामले में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का दावा किया कि हिंसा में शामिल आइशी घोष समेत आठ अन्य छात्रों की पहचान की जा चुकी है.

वहीं शनिवार को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की विशेष जांच टीम (SIT) ने अबतक और 50 लोगों की पहचान किए जानें की पुष्टि की है. एसआईटी ने 'यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट' नाम के एक व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए 37 लोगों की पहचान की है, जबकि 9 लोगों की पहचान पोस्टर से की गई है. इन लोगों के अलावा चार और लोगों की पहचान की गई है. दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के अनुसार इस व्हाट्सऐप ग्रुप में 60 सदस्य शामिल थे.