नम आंखों से शहीद पंकज सांगवान को दी गई अंतिम विदाई, AN-32 विमान में थे सवार

अरुणाचल प्रदेश में उड़ान के दौरान लापता विमान में सवार वायु सैनिक पंकज सांगवान का पार्थिव शरीर शुक्रवार को हादसे के 18 दिन बाद उनके गांव कोहला पहुंचा. यहां वायुसेना ने सैनिक सम्मान के साथ पंकज सांगवान को अंतिम सलामी दी. भारत माता के जयकारों के बीच पंकज का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान परिवार में बेहद मातम का माहौल था. करीब 3.30 बजे पंकज सांगवान के चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी.

नम आंखों से शहीद पंकज सांगवान को दी गई अंतिम विदाई (Photo Credits-ANI Twitter)

नई दिल्ली. अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में उड़ान के दौरान लापता विमान में सवार वायु सैनिक पंकज सांगवान का पार्थिव शरीर शुक्रवार को हादसे के 18 दिन बाद उनके गांव कोहला (Kohla Village) पहुंचा. यहां वायुसेना (Indian Air Force) ने सैनिक सम्मान के साथ पंकज सांगवान (Pankaj Sangwan ) को अंतिम सलामी दी. भारत माता के जयकारों के बीच पंकज (Pankaj Sangwan) का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान परिवार में बेहद मातम का माहौल था.

बता दें कि पंकज (Pankaj Sangwan) का पार्थिव शरीर दिल्ली से गोहना दोपहर करीब 1 बजे पहुंचा. यहां गांव के सैकड़ों युवाओं का काफिला इंतजार में खड़ा था, जो वायु सेना (IAF) के काफिले के साथ-साथ चला. भारत माता के जयकारों के बीच करीब 2.30 बजे पार्थिव शरीर गांव कोहला पहुंचा. यह भी पढ़े-रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने AN-32 हादसे में मारे गए वायुसेना कर्मियों को अर्पित की श्रद्धांजलि

गांव में बेहद गमगीन माहौल था. माता-पिता व परिजनों के अंतिम दर्शन के बाद शव यात्रा शुरू हुई. श्मशान घाट में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के 21 जवानों ने सलामी दी. करीब 3.30 बजे पंकज सांगवान के चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी.

इससे पहले अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में तीन जून को एएन-32 हादसे में मारे गए 13 में से पांच वायुसैनिकों को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने शुक्रवार को श्रद्धांजलि दी.

गौरतलब है कि वायुसेना (IAF) के एंटोनी एएन-32 विमान ने 3 जून को असम के जोरहाट से अरुणाचल (Arunachal Pradesh) के मेनचुका के लिए उड़ान भरी थी. इसमें सात अधिकारी और 6 वायु सैनिक थे. उड़ान भरने के करीब 35 मिनट बाद ही एयरबेस से संपर्क टूट गया था. इसके बाद विमान से संपर्क नहीं हुआ.

Share Now

\