नई दिल्ली. पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ सीबीआई ने एयरसेल मैक्सिस डील मामले में बुधवार को चार्जशीट दाखिल की. इस मामले में सीबीआई ने चिदंबरम समेत 18 लोगों को खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है. वहीं इस चार्जशीट में कहा गया है कि पी. चिदंबरम ने वित्त मंत्री रहते हुए अपनी पावर का दुरुपयोग किया है. इस मामले पर 31 जुलाई को इस मामले की सुनवाई अदालत करेगी.
बता दें कि इस चार्जशीट में जिन लोगों का नाम है उनमे से कुछ सरकार की सेवा में हैं और कुछ अब रिटायर्ड हो गए हैं. वहीं सीबीआई की इस चार्जशीट पर पी.चिदंबरम ने जवाब देते हुए ट्वीट कर लिखा, मेरे उपर लगे आरोप निर्थक हैं और इसमें ऑफिसर के नाम सपॉर्ट करने के लिए सीबीआई पर दबाव बनाया गया था. वहीं अब इस मसले पर मैं कोई पब्लिक कॉमेंट नहीं करूंगा.
Aircel Maxis case: CBI says in its new chargesheet that two sets of money trails were discovered regarding Foreign Investment Promotion Board clearance. Patiala House Court to take cognizance on July 31. Some govt officials, both serving & retired, have been named in charge sheet
— ANI (@ANI) July 19, 2018
CBI has been pressured to file a charge sheet to support a preposterous allegation against me and officers with a sterling reputation. The case is now before the Hon'ble Court and it will be contested vigorously. I shall make no more public comment.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 19, 2018
सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) एयरसेल-मैक्सिस सौदा मामले में पी. चिदंबरम के 2006 में वित्त मंत्री रहते हुए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड(एफआईपीबी) से मंजूरी दिलाने में कार्ति चिदंबरम की कथित भूमिका की जांच कर रही है. आरोप पत्र में दो कंपनियों एडवांटेज स्ट्रेटजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड(एएससीपीएल) और चेस मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड(सीएमएसपीएल) के नाम भी शामिल हैं.