Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना को लेकर यूपी में बवाल, विपक्ष ने सरकार को घेरा, सीएम ने कहा- बहकावे में न आएं
सीएम योगी (Photo Credits Twitter)

लखनऊ: सेना भर्ती (Army Recruitment) को लेकर केंद्र सरकार (Central Government) की अग्निपथ योजना (Agneepath Yojana) का विरोध तेज होता जा रहा है. बिहार के बाद अब यूपी (UP) में इसे लेकर आंदोलन प्रदर्शन जारी है. राज्य के बुलंदशहर (Bulandshahr), मथुरा (Mathura), प्रयागराज (Prayagraj), गोरखपुर (Gorakhpur), देवरिया (Deoria) में समेत कुछ अन्य जिलों में युवाओं ने प्रदर्शन किया. यूपी के आगरा के सैकड़ों युवाओं ने दिल्ली हाईवे (Delhi Highway) पर जाम लगा दिया. जाम के कारण हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं. प्रदर्शनकारी युवाओं की मांग थी कि सेना में भर्ती पुरानी प्रक्रिया के तहत कराई जाए. आगरा में बीते साल हुई सेना भर्ती की लिखित परीक्षा कराई जाए. जाम की सूचना पर पुलिस फोर्स पहुंच गई. प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी युवाओं को समझाया. इसके बाद युवा हाईवे से हटे. हाईवे पर करीब दो घंटे तक जाम लगा रहा. बाह में प्रदर्शनकारी युवकों ने रोडवेज बस पर पथराव कर दिया. बस के शीशे टूट गए. Agnipath Scheme: 4 साल बाद क्या करेंगे अग्निवीर? सरकार ने दिए तमाम सवालों के जवाब

बागपत जिले के बड़ौत नगर की बावली चुंगी पर स्थित दिल्ली-यमुनोत्री 709बी पर जाम लगा दिया. जाम की सूचना पर सीओ पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे. पुलिस ने कुछ युवाओं पर लाठियां भी फटकारी. हालांकि सीओ वार्ता करने आए युवाओं को समझा-बुझाकर शांत कराया.

बुलंदशहर और बलिया जिलों में युवाओं ने प्रदर्शन किया. बलिया में युवाओं के प्रदर्शन के कारण वाराणसी छपरा रेल प्रखंड पर दिल्ली से जयनगर जा रही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेन प्रभावित हुई. स्थानीय लोगों के अनुसार, बुलंदशहर के खुर्जा इलाके और शहरी क्षेत्र में युवाओं के समूह एकत्र हुए और अग्निपथ योजना को वापस लेने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

उधर बरेली में कुछ नौजवानों ने प्रदर्शन किया, पुलिस के समझाने के बाद वह लौटे. अभ्यर्थियों का कहना था कि सरकार चार की नौकरी देकर नौजवानों के साथ छल कर रही है. अलीगढ़ गजियाबाद में भी कुछ नौजवानों ने उत्पात मचाया है. जाम लगाने का प्रयास कर रहे तभी पुलिस ने लाठी फटकार कर भगा दिया.

अपर मुख्य सचिव गृह विभाग अवनीष अवस्थी ने कहा कि शासन द्वारा जिला प्रशासन को यह भी निर्देशित किया गया है कि सेना में भर्ती को लेकर आयी नयी योजना का विरोध करने वाले युवकों को समझा बुझाकर सही तथ्यों से अवगत कराया जाये तथा किसी भी प्रकार से उन्हे माहौल खराब करने की इजाजत न दी जाय.

मुख्यमंत्री योगी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि युवा किसी के बहकावे में न आएं. अग्निपथ योजना युवाओं के जीवन को नए आयाम प्रदान करने के साथ ही भविष्य को स्वर्णिम आधार देगी. उन्होंने ट्वीट किया कि युवा साथियों, अग्निपथ योजना आपके जीवन को नए आयाम प्रदान करने के साथ ही भविष्य को स्वर्णिम आधार देगी. आप किसी बहकावे में न आएं. मां भारती की सेवा हेतु संकल्पित हमारे अग्निवीर राष्ट्र की अमूल्य निधि होंगे व उत्तर प्रदेश सरकार अग्निवीरों को पुलिस व अन्य सेवाओं में वरीयता देगी.

उधर समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि देश की सुरक्षा कोई अल्पकालिक या अनौपचारिक विषय नहीं है, ये अति गंभीर व दीर्घकालिक नीति की अपेक्षा करती है. सैन्य भर्ती को लेकर जो खानापूर्ति करने वाला लापरवाह रवैया अपनाया जा रहा है, वो देश और देश के युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक साबित होगा. अग्निपथ से पथ पर अग्नि न हो. बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी केंद्र सरकार से इस योजना पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है.

रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने अग्निपथ योजना वापस लेने के लिए व्यापक पंचायत करने का निर्णय लिया है. वह इसके विरोध में 28 जून से शामली से शुरूआत करेंगे. पष्चिमी यूपी के हर जिले पर जाएंगे. इसका पूरा कार्यक्रम भी जारी किया है.

ज्ञात हो कि थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की घोषणा की थी. जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार वर्ष की संक्षिप्त अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी. इस योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस वर्ष करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे.