Kuwait Fire Tragedy: 40 भारतीयों की मौत के बाद एक्शन में मोदी सरकार, विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत के लिए तुरंत रवाना
कुवैत में बुधवार को एक इमारत में भीषण आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 40 भारतीय हैं. यह दुखद घटना ने पूरे देश को हिला दिया है.
कुवैत में बुधवार को एक इमारत में भीषण आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 40 भारतीय हैं. यह दुखद घटना ने पूरे देश को हिला दिया है. मोदी सरकार इस दुर्घटना के पीड़ितों के लिए तुरंत मदद के लिए आगे आ गई है. कुवैत के अहमदी गवर्नमेंट में एक छह मंजिला इमारत में आग लग गई. यह आग इतनी भीषण थी कि इसमें 43 लोग मारे गए और 30 लोग घायल हुए. मृतकों में 40 भारतीय हैं.
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत के लिए रवाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर, विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह तुरंत कुवैत जा रहे हैं. वह आग लगने की इस दुर्घटना में घायलों को मदद देने और मृतकों के शवों को भारत लाने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय करेंगे. इस दुखद घटना ने देश में शोक की लहर दौड़ा दी है. हर कोई इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ खड़ा है. सरकार ने घायलों और मृतकों के परिवारों को हर संभव मदद का वचन दिया है. यह घटना एक बार फिर से प्रवासियों की सुरक्षा के लिए सवाल उठाती है. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकारों को ज़रूर कदम उठाने चाहिए.
PM मोदी ने जताया दुख
कुवैत की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. उन्होंने X पर लिखा, कुवैत शहर में आग लगने की घटना दुखद है. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं. कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और प्रभावितों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है.
कुवैत के आंतरिक मंत्री शेख फहद अल यूसुफ ने इस घटना को 'रियल डिजास्टर' बताया. वहीं, आंतरिक मंत्रालय के मेजर जनरल ईद राशिद ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद अग्निशमन दल और फोरेंसिक टीमों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया.
कुवैत में भारत के राजदूत आदर्श स्वैका ने अल-अदन अस्पताल का दौरा किया, जहां आग की घटना में घायल हुए 30 से अधिक भारतीय लेबर को भर्ती कराया गया है.
उन्होंने कई मरीजों से मुलाकात की और उन्हें दूतावास की ओर से पूरी सहायता का आश्वासन दिया. अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि लगभग सभी की हालत स्थिर है.