राफेल उड़ान के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह के साथ दिया पोज, पाकिस्तानी का झूठ हुआ बेनकाब
देश की राष्ट्रपति और भारतीय सशस्त्र बलों की सुप्रीम कमांडर द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने 29 अक्टूबर को हरियाणा स्थित अंबाला वायुसेना स्टेशन पर राफेल फाइटर जेट में उड़ान भरी. यह भारत के सैन्य इतिहास का गर्व भरा पल था.
देश की राष्ट्रपति और भारतीय सशस्त्र बलों की सुप्रीम कमांडर द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने 29 अक्टूबर को हरियाणा स्थित अंबाला वायुसेना स्टेशन पर राफेल फाइटर जेट में उड़ान भरी. यह भारत के सैन्य इतिहास का गर्व भरा पल था, क्योंकि इससे पहले 2023 में वह सुखोई-30 MKI में भी उड़ान भर चुकी हैं. इस तरह मुर्मू दो लड़ाकू विमानों में उड़ान भरने वाली भारत की पहली राष्ट्रपति बन गईं. इस मौके पर राष्ट्रपति मुर्मू ने वायुसेना अधिकारियों और पायलटों से मुलाकात की और कई तस्वीरें भी साझा कीं. लेकिन सबसे ज्यादा वायरल हुई उनकी वह तस्वीर, जिसमें उनके साथ स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह मौजूद थीं.
राष्ट्रपति मुर्मू की यह ऐतिहासिक उड़ान और शिवांगी सिंह के साथ यह तस्वीर, दुनिया को यह बताने के लिए काफी है कि भारत की बेटियां आसमान छू रही हैं और देश का गर्व बढ़ा रही हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरी
क्यों चर्चा में आईं शिवांगी सिंह?
दरअसल, हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी मीडिया और कई इंफ्लुएंसर्स ने झूठा दावा किया था कि भारतीय फाइटर जेट को मार गिराया गया और शिवांगी सिंह को पाकिस्तान ने कैद कर लिया है. यह दावा पूरी तरह से फर्जी और प्रोपगेंडा साबित हुआ.
अमित मालवीय ने शेयर की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तस्वीर
BJP नेता का जवाब
राष्ट्रपति की इस वायरल फोटो को शेयर करते हुए BJP नेता अमित मालवीय ने पाकिस्तान के उसी दावे पर कटाक्ष करते हुए लिखा, “वही अधिकारी, जिनके बारे में पाकिस्तानी मीडिया और इंफ्लुएंसर्स ने झूठ फैलाया था कि उन्हें कैद कर लिया गया है.” उनकी इस पोस्ट ने एक बार फिर पाकिस्तान के दुष्प्रचार को बेनकाब कर दिया.
गौरव की मिसाल शिवांगी सिंह
शिवांगी सिंह भारतीय वायुसेना की पहली महिला पायलटों में शामिल हैं, जिन्हें राफेल स्क्वाड्रन में तैनाती मिली. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षा मिशन और कई महत्वपूर्ण अभियानों में भी योगदान दे चुकी हैं. वह लाखों महिलाओं के लिए प्रेरणा और साहस की प्रतीक हैं.
भारत की आसमान में मजबूत होती ताकत
राफेल विमानों के आने के बाद से भारतीय वायुसेना की मारक क्षमता और भी अधिक आधुनिक और मजबूत हुई है. राष्ट्रपति मुर्मू की यह उड़ान केवल सम्मान का प्रतीक नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती रक्षा शक्ति और आत्मनिर्भरता का संदेश भी है.