10 जनवरी : सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में अभ्यास करने वाले कई वकीलों (Advocates) को आज सुबह लगभग 10.40 बजे यूनाइटेड किंगडम से एक संदिग्ध कॉल आया. कॉल पर एक व्यक्ति ने "पंजाब (Punjab) में हुसैनवाला फ्लाईओवर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक (PM Modi security breach) की जिम्मेदारी (Responsibility) ली. PM मोदी की सुरक्षा में चूक पर बोले राकेश टिकैत, पूरे मामले की होनी चाहिए जांच, प्रधानमंत्री किसी पार्टी के नहीं देश के होते हैं
कॉल के दौरान अज्ञात सख्स ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों को मामले पर सुनवाई ना करने की धमकी दी. कॉल पर उसने कहा "सुप्रीम कोर्ट ने 1984 के सिख नरसंहार पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की, जिसमें तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या के प्रतिशोध में हजारों सिख व्यक्ति मारे गए थे"
5 जनवरी को पंजाब दौरे पर गए पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया था. जब प्रधानमंत्री मोदी का काफिला एक फ्लाइओवर पर पहुंचा तो पता चला कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दिया है. प्रधानमंत्री का काफिला फ्लाईओवर पर करीब 15 से 20 मिनट तक फंसा रहा.
केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सुरक्षा चूक के लिए पंजाब की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया. हालांकि, राज्य सरकार ने कहा कि पीएम ने अंतिम समय में अपना रुट बदल दिया था.
लॉयर्स वॉयस नामक संगठन ने इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर पंजाब के मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी और पुलिस महानिदेशक सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को निलंबित करने की मांग की है.
पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व जज की अध्यक्षता में कमिटी बनाई है. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा "यह बात सही है कि सुरक्षा में चूक हुई है. खुद पंजाब सरकार ने इस बात को स्वीकार किया है, लेकिन सवाल यह है कि यदि जांच कमिटी गठत की जाए तो वह क्या करेगी."