
Disha Salian Case: दिशा सालियान केस में उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. मृतिका के पिता के वकील निलेश ओझा ने मुंबई पुलिस को FIR दर्ज करने को लेकर शिकायत दी है. इस शिकायत के बारे में दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान के वकील निलेश ओझा ने बताया कि आज उन्होंने सीपी ऑफिस में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है, जिसे जेडसीपी क्राइम ने स्वीकार किया और यह अब FIR बन गई है.
शिकायत में आदित्य ठाकरे समेत इनके नाम शामिल
वकील निलेश ओझा ने बताया कि इस FIR में आरोपी आदित्य ठाकरे, दिनो मोरिया, सूरज पंचोली, उनका बॉडीगार्ड, परमबीर सिंह, सचिन वझे और रिया चक्रवर्ती शामिल हैं. ओझा ने परमबीर सिंह पर आरोप लगते हुए कहा कि इस मामले को दबाने का मुख्य मास्टरमाइंड था और उसने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आदित्य ठाकरे को बचाने के लिए झूठी बातें फैलाईं. यह भी पढ़े: Disha Salian Case: बीजेपी नेता किरीट सोमैया का आरोप, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में MVA सरकार ने दिशा सालियान मामले को दबा दिया
आदित्य ठाकरे की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
#WATCH | Disha Salian Murder case | Mumbai: Disha Salian's father Satish Salian's advocate, Nilesh Ojha says, "... Today, we have filed a written complaint to the CP office and the JCP Crime accepted it and this complaint is the FIR now... Accused are Aaditya Thackeray, Dino… pic.twitter.com/dzfPszOR9v
— ANI (@ANI) March 25, 2025
ड्रग्स के कारोबार में आदित्य ठाकरे के शामिल होने का आरोप
वकील निलेश ओझा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि FIR में इन सभी आरोपियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है. इसके साथ ही, NCB की जांच रिपोर्ट में आदित्य ठाकरे के ड्रग्स के कारोबार में शामिल होने के सबूत सामने आए हैं, और इस बात का जिक्र FIR में किया गया है.
दिशा सालियान का कैसे गई जान?
दिशा सालियान की मौत 8 जून, 2020 को एक बिल्डिंग की 14वीं मंजिल से गिरने के कारण हुई थी। इस घटना के बाद दिशा के बॉयफ्रेंड से भी पूछताछ की गई थी। दिशा सालियान की मौत के करीब एक हफ्ते बाद, 14 जून 2020 को, बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत भी अपने फ्लैट में मृत पाए गए थे, जिससे दोनों मौतों को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे थे.
दिशा सालियान की मौत का मुद्दा राजनीति का बना हिस्सा
दिशा सालियान की मौत का मुद्दा उस समय महाराष्ट्र में राजनीति का हिस्सा बन गया था. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट के विधायक ने इस मामले को उठाया था. भाजपा विधायक नितेश राणे ने भी हस्तक्षेप करते हुए पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे, जिनका नाम कथित रूप से दिशा की मौत से जोड़ा जा रहा था.