खालिस्तानियों पर एक्शन तेज! पाकिस्तान के सहारे कनाडा में पनप रहे ये खूंखार गैंगस्टर हैं रडार पर
भारत-कनाडा के विवाद के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने खालिस्तानी आतंकवादियों पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. भारत विरोधी खालिस्तान का एजेंडा ISI की मदद से कनाडा में आसानी से फल-फूल रहा है.
नई दिल्ली: भारत-कनाडा के विवाद के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने खालिस्तानी आतंकवादियों पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. भारत विरोधी खालिस्तान का एजेंडा ISI की मदद से कनाडा में आसानी से फल-फूल रहा है. अब NIA ने चार खालिस्तानी आंतकियों की जानकारी देने वाले को नगद इनाम देने की घोषणा की है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के ऑपरेटिव लखबीर सिंह संधू उर्फ ‘लांडा’ पर इनाम की घोषणा की है. खालिस्तानी आतंकी लांडा के अलावा चार अन्य बीकेआई आतंकियों हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा’, परमिंदर सिंह कैरा उर्फ ‘पट्टू’, सतनाम सिंह उर्फ ‘सतबीर सिंह’ उर्फ ‘सत्ता’ और यादविंदर सिंह उर्फ ‘यद्दा’ के बारे में जानकारी देने के लिए भी इनाम की घोषणा की गई है. कनाडा में खालिस्तानियों के साथ ISI की सीक्रेट मीटिंग, ट्रूडो के देश में भारत के खिलाफ पाकिस्तान फैला रहा जहर.
एनआईए ने रिंदा और लांडा पर 10-10 लाख रुपये और पट्टू, सत्ता और यद्दा प्रत्येक के लिए 5 लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा की है. पाकिस्तान के आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा को लखबीर सिंह का करीबी बताया जाता है. इन चारों आतंकवादियों पर बीकेआई के लिए पैसा जुटाने के लिए पंजाब में नशीले पदार्थों की तस्करी के अलावा, बिजनेसमैन और अन्य प्रमुख व्यक्तियों से एक्सटॉर्शन मनी वसूलने का आरोप है.
कौन है लखबीर सिंह लांडा?
लखबीर सिंह लांडा पंजाब के तरन तारन जिले का रहने वाला है. पाकिस्तान गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के करीबी लांडा 2017 में कनाडा भाग गया और खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठन बीकेआई से हाथ मिला लिया. लखबीर सिंह लांडा के खिलाफ पहला मामला जुलाई 2011 में दर्ज किया गया था. उसपर हरिके पट्टन में हत्या का प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था.
कौन है आतंकी हरविंदर रिंदा
हरविंदर रिंदा भी पंजाब के तरनतारन का रहने वाला है. बाद में वह नांदेड़ महाराष्ट्र में शिफ्ट हो गया. कई आपराधिक मामलों में नाम सामने आने के बाद वह फर्जी पासपोर्ट के जरिए नेपाल के रास्ते पाकिस्तान भाग गया. वहां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने उसे अपना गुर्गा बना लिया. वह पाकिस्तान से पंजाब में लगे इंटरनेशनल बॉर्डर के जरिए ड्रोन से हथियार भेजने लगा.