गाजीपुर, 13 अप्रैल : मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ से विधायक अब्बास अंसारी की पैरोल खत्म हो गई है. वह शनिवार सुबह कासगंज के लिए रवाना हो गया. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अब्बास को मुख्तार के फातिहा कार्यक्रम मे शामिल होने के लिये तीन दिन की कस्टडी पैरोल दी थी. इसके तहत उसको 10 अप्रैल को गाजीपुर जेल लाया गया था. इस दौरान वह मुख्तार अंसारी के फातिहा कार्यक्रम मे शरीक हुआ. वह तीन दिनों से गाजीपुर जेल में था. शुक्रवार को उसकी पत्नी निकहत अंसारी और भाई उमर अंसारी ने उससे जेल में मुलाकात की थी. तीन दिनों की पैरोल खत्म होने के बाद अब्बास शनिवार को कासगंज जेल पहुंचेगा.
जेल के अधिकारियों ने बताया कि अब्बास तीन दिनों के दौरान दिन पूरी तरह से जेल में ही रहा. सिर्फ 10 अप्रैल को वह परिवार के साथ रहा और पिता मुख्तार अंसारी की मौत के बाद हुए धार्मिक रीति-रिवाजों में शामिल हुआ. बेटे से प्यार-दुलार किया और परिवार, रिश्तेदार व जान-पहचान के लोगों से मिला. यह भी पढ़ें : RJD Manifesto: देश में 1 करोड़ नौकरियां, बिहार में 5 नए एयरपोर्ट! 2024 के लिए 24 वचन, RJD के ‘परिवर्तन पत्र’ में तेजस्वी ने किए बड़े वादे
सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के मुताबिक उसने मीडिया से दूरी बनाकर रखी और कोई बयान नहीं दिया. परिजनों से भी आवश्यक दूरी बनाकर रखी. 10 अप्रैल की रात करीब 8 बजे अब्बास को फिर गाजीपुर जिला जेल में दाखिल कराया गया था. 11 और 12 अप्रैल को अब्बास को गाजीपुर जिला जेल में रखा गया. 12 अप्रैल को अब्बास की पत्नी निकहत अंसारी और उसके छोटे भाई उमर अंसारी जेल में उससे मिलने पहुंचे.