नई दिल्ली: पूरे विश्व में फैल चूके कोरोना महामारी से मानव जीवन बेहाल है. देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए तीसरी बार लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया है. इसके अलावा उन्होंने विदेशों में फसें भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए 'ऑपरेशन समुद्र सेतु' (Operation Samudra Setu) और 'वंदे भारत मिशन' (Vande Bharat Mission) की शुरुआत की है.
ऑपरेशन समुद्र सेतु के तहत रविवार यानि आज भारतीय नौसेना में शुमार आईएनएस जलाश्व (INS Jalashwa) पर सवार होकर 6 सौ 98 नागरिक केरल (Kerala) के कोच्चि हार्बर (Cochin Harbour) पहुंचें. इस दौरान आईएनएस जलाश्व में सवार एक गर्भवती महिला ने मीडिया के साथ बातचीत में इंडियन नेवी को धन्यवाद दिया है.
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बता दें कि मालदीव (Maldives) के माले (Male) में फसें भारतीय नागरिकों को वापस देश लाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु के तहत आईएनएस जलाश्व को भेजा गया था. इससे पहले बीते शुक्रवार को बांग्लादेश (Bangladesh) में फसें जम्मू और कश्मीर के छात्रों को ढाका (Dhaka) से वापस देश लाया गया.
#WATCH A pregnant woman on board INS Jalashwa thanks Indian Navy for evacuating her from Malé, Maldives. INS Jalashwa with 698 Indians on board arrived at Kochi Harbour in Kerala today. (Video Source - Indian Navy) pic.twitter.com/vYEC9cl5vH
— ANI (@ANI) May 10, 2020
वतन लौटने के बाद इन स्टूडेंट्स ने भारतीय सरकार (Indian Government) और बांग्लादेश स्थित भारतीय दूतावास (Indian Embassy in Bangladesh) के प्रति आभार जताया.वतन लौटने के पश्चात् एक छात्रा ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि उन्हें भारतीय दूतावास से पूरा सहयोग मिला है. छात्रा ने आगे कहा कि लॉकडाउन में फंसने के दौरान मुझे भारत सरकार, बांग्लादेश स्थित भारतीय दूतावास और कॉलेज का पूरा सहयोग मिला.
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वहीं एक दूसरे छात्र ने कहा कि मैं विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास का शुक्रगुजार हूं जो मुसीबत के वक्त पर हमारी मदद के लिए आगे आए हैं, मैं उनका शुक्रगुजार हूं.