नयी दिल्ली, 7 मार्च : वर्ष 1918 में स्पैनिश फ्लू महामारी (Spanish flu pandemic) आने से कुछ महीने पहले पैदा हुए एक व्यक्ति ने यहां एक निजी अस्पताल में कोविड-19 टीके (Covid-19 Vaccines) की पहली खुराक ली. अस्पताल के अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि तुलसी दास चावला (104) को शुक्रवार को सर गंगा राम अस्पताल में कोविशील्ड (Covishield) की खुराक दी गई और इसका उन पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं दिखा. अस्पताल के एक प्रवक्ता ने बताया कि नवंबर 1917 में जन्मे, पटेल नगर निवासी, चावला 1975 में भारतीय विदेश सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे.
अस्पताल द्वारा जारी एक बयान में चावला के हवाले से कहा गया है, ‘‘मैं हर पात्र व्यक्ति से आगे आकर कोविड-19 का टीका लगवाने का आग्रह करता हूं. यह पूरी तरह से सुरक्षित है.’’ अस्पताल ने दावा किया, ‘‘इस उम्र में भी, वह एक सक्रिय जीवन जीते हैं और किसी भी गंभीर बीमारी से पीड़ित नहीं हैं.’’ बयान में कहा गया है, ‘‘उन्हें सफलतापूर्वक टीका लगाया गया था, और उन पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं दिखा.’’ यह भी पढ़ें : Coronavirus Cases Update: भारत में पिछले 24 घंटे में COVID19 के 13 हजार नए मामले दर्ज, 127 संक्रमितों की हुई मौत
चावला का जन्म एक नवंबर 1917 को हुआ था, जब प्रथम विश्व युद्ध समाप्त होने के करीब था. वर्ष 1918 में स्पैनिश फ्लू महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया था. बयान में कहा गया है कि चावला अपनी सेवा के दौरान अमेरिका, नीदरलैंड और पाकिस्तान जैसे विभिन्न देशों में तैनात रहे थे.