Online Payment In India: मुंबई, 4 अक्टूबर: भारत में इस साल दूसरी तिमाही में 36.08 ट्रिलियन रुपये के 20.57 अरब ऑनलाइन लेनदेन हुए. मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. ऑनलाइन लेनदेन डेबिट और क्रेडिट कार्ड, मोबाइल वॉलेट और प्रीपेड कार्ड और यूपीआई जैसे प्रीपेड भुगतान साधनों के माध्यम से किए गए, जिसमें पी2एम (व्यक्ति से व्यापारी) और पी2पी (व्यक्ति से व्यक्ति) लेनदेन शामिल हैं. CNG-PNG Price Hike In Mumbai: त्योहार के सीजन में महंगाई की मार, CNG के दाम छह रुपये बढ़े, पीएनजी चार रुपये महंगी हुई
वल्र्डलाइन की 'इंडिया डिजिटल पेमेंट्स रिपोर्ट' में कहा गया, "यूपीआई पी2पी की मात्रा में 49 प्रतिशत और मूल्य में 67 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी, लेकिन व्यापारियों के लेन-देन के मामले में, यूपीआई पी2एम पसंदीदा भुगतान मोड के रूप में उभरा, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 34 प्रतिशत और मूल्य के मामले में 17 प्रतिशत थी."
क्रेडिट और डेबिट कार्ड के माध्यम से भुगतान की मात्रा 8 प्रतिशत और मूल्य में 14 प्रतिशत रही. रिपोर्ट में कहा गया है, "यूपीआई एक प्रमुख भुगतान मोड बना हुआ है, क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल भी बढ़ रहा है. बड़े लेनदेन के लिए यह पसंदीदा तरीका बना हुआ है."
2022 की दूसरी तिमाही में, यूपीआई ने 17.4 अरब से अधिक और मूल्य के संदर्भ में 30.4 ट्रिलियन रुपये का लेनदेन किया. लेन-देन की मात्रा में 2021 की दूसरी तिमाही तुलना में 2022 की दूसरी तिमाही में लगभग 118 प्रतिशत की वृद्धि और मूल्य में 98 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गई.
पारिस्थितिकी तंत्र में यूपीआई में अब 346 भागीदार बैंक हैं. यह अब संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, फ्रांस और भूटान जैसे देशों में स्वीकार किया जाता है.
जून 2022 तक, बैंकों द्वारा तैनात पीओएस टर्मिनलों की कुल संख्या 6.59 मिलियन थी. रिपोर्ट के अनुसार, 2021 की दूसरी तिमाही की तुलना में 2022 की दूसरी तिमाही में इसमें 43 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
2022 की दूसरी तिमाही के अंत तक प्रचलन में क्रेडिट और डेबिट कार्ड की कुल संख्या 1 अरब थी. 2022 की दूसरी तिमाही में, क्रेडिट कार्ड की मात्रा और मूल्य क्रमश: 688.65 मिलियन और 3.28 ट्रिलियन रुपये था.
2022 की दूसरी तिमाही में, डेबिट कार्ड लेनदेन की मात्रा और मूल्य क्रमश: 973.12 मिलियन और 1.91 ट्रिलियन रुपये था.